चार्ल्सटन ओपन : बेलिन्डा बेन्चिक ने जीता महिला सिंगल्स खिताब, फाइनल में जेबूर को दी मात

फाइनल के बाद विशेष फोटोशूट में ट्रॉफी के साथ बेन्चिक।
फाइनल के बाद विशेष फोटोशूट में ट्रॉफी के साथ बेन्चिक।

स्विट्जरलैंड की बेलिन्डा बेन्चिक ने चार्ल्सटन ओपन WTA 500 टेनिस प्रतियोगिता का सिंगल्स खिताब जीत लिया है। 10वीं वरीयता प्राप्त बेन्चिक ने चौथी वरीय ट्यूनिशिया की ओंस जेबूर को तीन सेट तक चले मैच में 6-1, 5-7, 6-4 से मात दी। टोक्यो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बेन्चिक का ये क्ले कोर्ट पर पहला WTA खिताब है जबकि उनके करियर का ये छठा WTA टाइटल है।

बेन्चिक का ये पहला क्ले कोर्ट फाइनल था। मैच के निर्णायक तीसरे सेट में दोनों खिलाड़ियों ने पूरी जान लगा दी और करीब ढाई घंटे मैच चलने के बाद बेन्चिक के रूप में विजेता सामने आईं। साल 1999 में मार्टिना हिंगिस के खिताब जीतने के बाद बेन्चिक इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को अपने नाम करने वाली पहली स्विस महिला खिलाड़ी बनी हैं। खास बात ये है कि मार्टना हिंगिस की मां मेलनी मॉलिटर बेन्चिक के बचपन में उनकी कोच भी रह चुकी हैं। बेन्चिक के करियर में टॉप 10 रैंकिंग की खिलाड़ियों पर यह 29वीं जीत है।

इस जीत के साथ ही बेन्चिक WTA रैंकिंग में 8 स्थान की छलांग लगाते हुए 13वें नंबर पर आ गई हैं। साल 2014 में सिर्फ 17 साल की उम्र में बेन्चिक ने जब क्वालीफ़ायर के रूप में बेन्चिक ने इस टूर्नामेंट में भाग लिया था तो वोसेमीफाइनल तक गईं थीं, और अब 8 साल के इंतजार के बाद उन्हें खिताब जीतने में सफलता प्राप्त हुई है। खुद बेन्चिक ने पुरस्कार वितरण के दौरान कहा कि साल 2014 में जब वह चार्ल्सटन ओपन में खेलीं थी तो उस समय उनके जीवन का सबसे बड़ा टूर्नामेंट यही था और अब इस खिताब को जीतकर उन्होंने एक खास सम्मान पाया है।

फाइनल मुकाबला हारने के बाद जेबूर की आंखों मे आंसू आ गए।
फाइनल मुकाबला हारने के बाद जेबूर की आंखों मे आंसू आ गए।

बेन्चिक के फैंस को उम्मीद है कि आने वाले टूर्नामेंट के जरिए वो जल्द ही टॉप 10 रैंकिंग में बी शुमार हो जाएंगी। वहीं ट्यूनिशिया के और अरब देशों के इतिहास में सबसे सफल महिला टेनिस खिलाड़ी जेबूर को एक बार फिर निराशा झेलनी पड़ी। 27 साल की जेबूर का ये तीसरा WTA फाइनल था, और दूसरी बार उन्हें हार मिली है। पिछली बार जेबूर चार्ल्सटन ओपन के सेमीफाइनल तक पहुंची थीं।