मियामी ओपन : 18 साल के कार्लोस अलकराज ने जीता खिताब, बने सबसे युवा चैंपियन

खिताब जीतने के बाद ट्रॉफी के साथ फोटोशूट करवाते कार्लोस ।
खिताब जीतने के बाद ट्रॉफी के साथ फोटोशूट करवाते कार्लोस ।

स्पेन के 18 वर्षीय कार्लोस अलकराज ने मियामी ओपन एटीपी 1000 मास्टर्स का पुरुष सिंगल्स खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है। 14वीं वरीयता प्राप्त कार्लोस ने फाइनल में नॉर्वे के छठी वरीयता प्राप्त कैस्पर रूड को 7-5, 6-4 से हराते हुए अपने करियर का पहला एटीपी 1000 खिताब जीता।

कार्लोस ने इस जीत के साथ कई नए रिकॉर्ड बना दिए। कार्लोस न केवल इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को जीतने वाले सबसे युवा पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं बल्कि इस टाइटल को अपने नाम करने वाले पहले स्पेनिश खिलाड़ी भी हैं। खुद पूर्व विश्व नंबर 1 स्पेन के राफेल नडाल 5 बार इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचे लेकिन एक बार भी उन्हें सफलता नहीं मिली। ऐसे में कार्लोस की जीत ऐतिहासिक है।

अगले महीने 19 साल की उम्र पूरी करने वाले कार्लोस कोई भी एटीपी 1000 मास्टर्स खिताब जीतने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए हैं। अमेरिका के माइकल चैंग ने साल 1990 में 18 वर्ष 157 दिन की उम्र में टोरंटो मास्टर्स जीता था जबकि राफेल नडाल ने 18 साल 318 दिन की उम्र में 2005 में मोंटे कार्लो में मास्टर्स खिताब अपने नाम किया था।

कार्लोस की प्रेरणा रहे राफेल नडाल ने खुद ट्वीट कर उन्हें बधाई दी।
कार्लोस की प्रेरणा रहे राफेल नडाल ने खुद ट्वीट कर उन्हें बधाई दी।

खास बात ये है कि मियामी ओपन जीतने के पूरे सफर में कार्लोस ने सिर्फ 1 सेट गंवाया। पिछले महीने ही कार्लोस इंडियन वेल्स मास्टर्स के सेमीफाइनल में पहुंचे थे जहां राफेल नडाल के खिलाफ उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। मैच के बाद नडाल ने कार्लोस को टेनिस का भविष्य बताया था और कार्लोस का खेल इस भविष्यवाणी को सही भी साबित कर रहा है। खास बात ये है कि राफेल नडाल 18 साल 10 महीने की उम्र में मियामी ओपन के सबसे युवा फाइनलिस्ट बने थे और कार्लोस उनके बाद इस मामले में दूसरे नंबर पर हैं। कार्लोस को इस खिताब को जीतने के लिए विजेता धनराशि के रूप में 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर भी मिले हैं।