दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी नोवाक जोकोविच के ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलने के प्रकरण में नया मोड़ आया है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने जोकोविच का वीजा कैंसिल कर दिया है। ऑस्ट्रेलिया के इमिग्रेशन मंत्री ऐलेक्स हॉक्स ने विशेष प्राविधानों का इस्तेमाल करते हुए जोकोविच का वीजा 'जनहित' में कैंसिल करने की बात कही। इस फैसले के बाद सभी समीकरण बदल गए हैं क्योंकि गुरुवार को ही ऑस्ट्रेलियन ओपन का मुख्य ड्रॉ जारी हुआ था जिसमे जोकोविच को बतौर पहली वरीयता जगह दी गई थी।
नोवाक जोकोविच ने पिछले साल ही साफ कर दिया था कि वो किसी भी हालत में कहीं भी अपने कोविड वैक्सीनेशन के संबंध में जानकारी को साझा नहीं करेंगे क्योंकि यह उनका निजी मामला है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियन ओपन के आयोजकों ने उन्हें विशेष अनुमति देते हुए मेलबर्न साल के पहले ग्रैंड स्लैम में खेलने के लिए बुलाया था। 6 जनवरी को मेलबर्न एयरपोर्ट में जोकोविच के पहुंचने पर ऑस्ट्रेलियाई बॉर्डर फोर्स ने जोकोविच को एयरपोर्ट पर ही रोककर न सिर्फ उनका वीजा कैंसिल किया बल्कि उन्हें डिटेंशन सेंटर भी भेज दिया। इसके बाद जोकोविच की टीम ने स्थानीय कोर्ट में अपील की और कोर्ट ने 10 जनवरी को जोकोविच के पक्ष में फैसला सुनाते हुए सरकार को आदेश दिया की जोकोविच का वीजा रद्द नहीं किया जा सकता।
जोकोविच ने इसके बाद ऑस्ट्रेलियन ओपन के लिए बकायदा कोर्ट में जाकर प्रैक्टिस करनी भी शुरु की थी। खास बात ये है कि इस घटनाक्रम के 2 दिन बाद जोकविच ने भी माना था कि उनके वीजा संबंधी फॉर्म पर उन्हीं के टीम के एक सदस्य ने गलत जानकारी भरी थी। इसी दौरान यह खबर भी आई थी कि दिसंबर 2021 में जोकोविच कोविड पॉजिटिव होने के 2 दिन बाद एक पत्रकार से मिले थे। फिलहाल जोकोविच को डिटेंशन में रखे जाने की संभावना है। जोकोविच की टीम एक बार फिर स्थानीय कोर्ट में अपील करेगी। लेकिन 17 जनवरी से शुरु हो रहे ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलना अब गत विजेता जोकोविच के लिए मुश्किल ही लग रहा है।
अब ऑस्ट्रेलियाई सरकार के वीजा कैंसिल किए जाने के फैसले पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। ऑस्ट्रेलियन ओपन के मुख्य ड्रॉ में जगह मिलने के बाद जोकोविच और उनके फैंस ने राहत की सांस जरूर ली थी, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई सरकार पहले ही साफ कर चुकी थी कि वो जोकोविच के वीजा के संबंध में कुछ कार्यवाही जरूर करेगी और ऐसा हुआ भी। खुद ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने जोकोविच का वीजा दूसरी बार कैंसिल किए जाने को सही बताया और कहा कि कोविड की महामारी के दौरान लोगों ने काफी कुछ गंवाया है, ऐसे में ये फैसला उचित है।