रॉजर फेडरर को हराने वाला ये खिलाड़ी रूस के खिलाफ हथियार उठाने को तैयार

सर्गिय ने साल 2013 विम्बल्डन में गत चैंपियन फेडरर को हराकर सभी को चौंकाया था।
सर्गिय ने साल 2013 विम्बल्डन में गत चैंपियन फेडरर को हराकर सभी को चौंकाया था।

यूक्रेन के पूर्व प्रोफेशनल टेनिस खिलाड़ी सर्गिय स्ताकोवस्की रूस के खिलाफ चल रहे युद्ध में हथियार उठाने को तैयार हो गए हैं। सर्गिय वही टेनिस खिलाड़ी हैं जिन्होंने साल 2013 में विम्बल्डन के पुरुष सिंगल्स मुकाबलों में गत विजेता स्विटजरलैंड के रॉजर फेडरर को हराते हुए टूर्नामेंट से बाहर कर सुर्खियां बटोरी थीं। खबरों के मुताबिक 36 साल के सर्गिय ने यूक्रेन की सेना का साथ देने के लिए बनाई गई रिजर्व फोर्स में अपना नाम दिया है और मौका मिलते ही रूसी सेना के खिलाफ यु्द्ध में उतरते हुए और हथियार थामते हुए दिखाई देंगे। सर्गिय ने इसी साल प्रोफेशनल टेनिस से रिटायरमेंट लिया है।

सर्गिय ने इसी साल टेनिस से रिटायरमेंट की घोषणा की थी।
सर्गिय ने इसी साल टेनिस से रिटायरमेंट की घोषणा की थी।

2013 की विम्बल्डन चैंपियनशिप के दूसरे ही दौर में सर्गिय ने फेडरर को चार सेट तक चले मैच में 6-7, 7-6, 7-5, 7-6 से मात देते हुए सभी को चौंका दिया था। यही नहीं उन्होंने इस जीत के साथ फेडरर के लगातार 36 ग्रैंड स्लैम के क्वार्टर-फाइनल में पहुंचने के रिकॉर्ड पर भी लगाम लगाई थी। हालांकि सर्गिय अगले ही दौर में हार गए थे, लेकिन फेडरर पर उनकी जीत ने उस समय धूम मचा दी थी।

और अब ये खिलाड़ी रूसी सेना से दो-दो हाथ करने के लिए टेनिस रैकेट की जगह हथियार थामे दिखेगा। सर्गिय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालते हुए खुद रोते हुए ऐलान भी किया था कि वो अपने देश वापस जा रहे हैं ताकि सेना की मदद कर सकें।

रूसी खिलाड़ियों पर बैन की मांग

रूस की ओर से यूक्रेन पर हमला करने और लगातार हो रहे नुकसान के बाद दुनियाभर में अलग-अलग खेलों के खिलाड़ियों ने इसकी निंदा की है। टेनिस की बात करें तो अन्य देशों के खिलाड़ियों समेत खुद रूस के टेनिस स्टार डेनिल मेदवेदेव और एंड्री रुब्लेव युद्ध रोकने की अपील कर चुके हैं। रुब्लेव ने तो दुबई ओपन के सेमीफाइनल में जीत दर्ज करने के बाद कैमरे पर No War Please भी लिखा था।

लेकिन यूक्रेन टेनिस फेडरेशन की मांग है कि रूसी टेनिस खिलाड़ियों पर बैन लगाया जाए। UTF ने अंतर्राष्ट्रीय टेनिस फेडरेशन यानी ITF से लिखित में मांग की है कि डेनिल मेदवेदेव, रुब्लेव समेत सभी रूसी टेनिस खिलाड़ियों को प्रतियोगिताओं में खेलने से रोका जाए। वहीं यूक्रेन की महिला टेनिस खिलाड़ी और विश्व नंबर 15 ऐलिना स्वितोलिना ने टेनिस संघों से अपील की है कि वह रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को उनके झंडे तले खेलने की इजाजत न दें। स्वितोलिना ने इसी बात पर जोर देते हुए मेक्सिको के मोंटेरी में हो रही प्रतियोगिता से नाम वापस ले लिया जहां WTA ईवेंट में उन्हें रूसी खिलाड़ी एनास्तासिया पोतापोवा के खिलाफ उतरना था।

अगर ITF और बाकी टेनिस संघ यूक्रेन के खिलाड़ियों और यूक्रेन टेनिस फेडरेशन की बात मान लेते हैं तो हाल ही में विश्व नंबर 1 बने डेनिल मेदवेदेव को जल्द ही नंबर 1 का ताज गंवाना पड़ सकता है। फिलहाल तो अन्य लोगों की तरह टेनिस प्रेमी यही उम्मीद करेंगे युद्ध पर जल्द रोक लगे और खेलों पर राजनीति का असर न हो।