पेरिस मास्टर्स - नोवाक जोकोविच ने मेदवेदेव को शानदार तरीके से हराकर जीता खिताब

मेदवेदेव को पेरिस मास्टर्स के फाइनल में हराने के बाद जोकोविच।
मेदवेदेव को पेरिस मास्टर्स के फाइनल में हराने के बाद जोकोविच।

दुनिया के नंबर 1 पुरुष टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने पेरिस मास्टर्स का सिंगल्स खिताब रिकॉर्ड छठी बार जीत लिया है। फाइनल में सर्बिया के इस खिलाड़ी ने दुनिया के नंबर 2 खिलाड़ी रूस के डेनिस मेदवेदेव को हराकर ये खिताब अपने नाम किया। खास बात ये है कि पहला सेट हारने के बाद जोकोविच ने शानदार वापसी करते हुए मैच 4-6, 6-3, 6-3 से जीता। इसी के साथ जोकोविच सबसे अधिक 37 मास्टर्स खिताब जीतने वाले दुनिया के पहले टेनिस खिलाड़ी बन गए हैं।

पिछड़ने के बाद वापसी

जीतने के बाद जोकोविच ने अपने बच्चों को गले से लगा लिया।
जीतने के बाद जोकोविच ने अपने बच्चों को गले से लगा लिया।

एक दिन पहले ही जोकोविच ने लगातार सांतवां साल नंबर 1 खिलाड़ी के रूप में खत्म किया जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। ऐसे में लग रहा था कि फाइनल में जोकोविच का पलड़ा भारी होगा। लेकिन मेदवेदेव ने पहले सेट में जबर्दस्त खेल दिखाते हुए 6-4 से सेट अपने नाम कर लिया। फैंस को लगने लगा था कि यूएस ओपन के फाइनल में जिस तरह मेदवेदेव ने जोकोविच को हराया था, वैसे ही पेरिस मास्टर्स का फाइनल भी जोकोविच हार जाएंगे। लेकिन जोकोविच ने इसके बाद अगले दोनों सेट में शानदार अटैक किया और अपने अनुभव का पूरा फायदा उठाते हुए अगले दोनों सेट और मैच अपने नाम कर लिए। जोकोविच ने 6-3, 6-3 से दोनों सेट जीतकर मुकाबला अपने नाम किया।

31 साल बाद पेरिस मास्टर्स के फाइनल में नंबर 1 और नंबर 2 खिलाड़ियों की भिड़ंत हुई।
31 साल बाद पेरिस मास्टर्स के फाइनल में नंबर 1 और नंबर 2 खिलाड़ियों की भिड़ंत हुई।

1990 के बाद पहली बार पेरिस मास्टर्स के फाइनल में दुनिया के नंबर 1 और नंबर 2 खिलाड़ियों की भिड़ंत देखने को मिली। जोकोविच के फैंस ने मुकाबले के परिणाम से राहत की सांस ली। करीब 2 घंटे 15 मिनट चले मुकाबले को जीतने के बाद जोकोविच ने जाकर अपने परिवार को गले लगाया। जोकोविच के पास अब सबसे ज्यादा 37 मास्टर्स टाइटल हैं, जबकि स्पेन के राफेल नडाल 36 टाइटल के साथ दूसरे नंबर पर हैं, वहीं पूर्व विश्व नंबर 1 फेडरर के पास 28 मास्टर्स खिताब हैं। अब जोकोविच की नजर अगले हफ्ते इटली के ट्यूरिन में होने वाले एटीपी फाइनल्स पर होगी क्योंकि पिछले साल मेदवेदेव ने इस खिताब को जीता था और जोकोविच ये खिताब जीतकर अपनी जीत की लय को बरकरार रखना चाहेंगे।