कोविड वैक्सीन पर नोवाक के रवैये से नाराज पूर्व विश्व नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी, जोकोविच को बुलाया 'बेवकूफ'

जोकोविच वैक्सीन नहीं लगाने को लेकर काफी गंभीर हैं और ग्रैंड स्लैम भी मिस कर सकते हैं।
जोकोविच वैक्सीन नहीं लगाने को लेकर काफी गंभीर हैं और ग्रैंड स्लैम भी मिस कर सकते हैं।

पूर्व विश्व नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी चिली के मार्सेलो रियोस ने कोविड वैक्सीन न लगाने को लेकर मौजूदा विश्व नंबर 1 नोवाक जोकोविच की कड़ी आलोचना की है। रियोस के मुताबिक वैक्सीन न लगवाने की जिद के कारण जोकोविच इतिहास का सबसे महान खिलाड़ी बनने का मौका गंवाने को तैयार हैं, और ये बेवकूफी भरी हरकत है।

चिली के दैनिक ला तेरसेरा के मुताबिक रियोस इस बात से हैरान थे कि 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता जोकोविच भविष्य में होने वाले सभी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट में खेलने का मौका गंवाने को तैयार हैं। इस साल की शुरुआत में जोकोविच को ऑस्ट्रेलिया से डिपोर्ट कर ऑस्ट्रेलियन ओपन में खेलने का मौका नहीं दिया गया था। इसका मुख्य कारण यही था कि जोकोविच ने कोविड वैक्सीन नहीं लगवाने का फैसला किया और ये भी ऐलान किया था कि वो अपना वैक्सान स्टेटस किसी को नहीं बताएंगे। इसके बाद साल के पहले ग्रैंड स्लैम के आयोजकों ने जोकोविच को टूर्नामेंट में खेलने के लिए आमंत्रित किया लेकिन मेलबर्न पहुंचने पर स्थानीय प्रशासन ने जोकोविच को होटल में नजरबंद कर दिया जिसके बाद एक हफ्ते की कानूनी लड़ाई में जोकोविच की हार हुई और उन्हें डिपोर्ट कर दिया गया।

इस घटना के बाद जोकोविच ने बीबीसी को दिए इंटर्व्यू में साफ कर दिया था कि वो वैक्सीन नहीं लगवाएंगे और अपने शरीर में कौन सी दवाई लगानी है या नहीं, ये उनका निजी फैसला होना चाहिए। जोकोविच ने ये भी कहा था कि वैक्सीन पर उनका रवैया हमेशा यही रहेगा और इस वजह से अगर उन्हें फ्रेंच ओपन, विम्बल्डन और यूएस ओपन में भाग लेने का मौका नहीं मिलेगा, तो भी वो तैयार होंगे।

अब रियोस ने इसी रवैये पर सवाल उठाए हैं। 20 सिंगल्स ग्रैंड स्लैम जीत चुके जोकोविच ने पिछले साल 3 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते थे। ऐसे में इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के वो गत विजेता और प्रबल दावेदार थे। लेकिन उनकी अनुपस्थिति में राफेल नडाल ने खिताब जीतकर 21 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने का रिकॉर्ड बना लिया। रियोस का मानना है कि अगर जोकोविच को खेल से प्यार है तो उन्हें सिर्फ एक वैक्सीन के चक्कर में इतिहास बदलने का मौका नहीं छोड़ना चाहिए। रियोस ने जोकोविच के फैसले को लेकर उन्हें 'King of Stupidity' यानि बेवकूफी का राजा भी कहा।

फिलहाल जोकोविच मोंटे कार्लो मास्टर्स में भाग ले रहे हैं और अभी तक फ्रेंच ओपन में उनका खेलना तय है क्योंकि आयोजकों ने फ्रांस के नए कोविड नियमों के तहत उन्हें खेलने की अनुमति दी है।

रियोस मार्सेलो अपने समय में क्ले कोर्ट के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में शामिल थे।
रियोस मार्सेलो अपने समय में क्ले कोर्ट के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में शामिल थे।

रियोस साल 1998 में एटीपी रैंकिंग में नंबर 1 पर आए थे और ये मुकाम हासिल करने वाले लैटिन अमेरिकी देशों के पहले खिलाड़ी थे। यही नहीं, 5 फुट 9 इंच कद के रियोस नंबर 1 बनने वाले सबसे छोटे कद के पुरुष खिलाड़ी भी हैं। रियो सीजन के तीनों क्ले कोर्ट एटीपी मास्टर्स खिताब जीतने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने। इनमें मोंटे-कार्लो, रोम मास्टर्स और हैमबर्ग मास्टर्स शामिल हैं। लेकिन ओपन ऐरा में रियोस इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने नंबर 1 का ताज पहना लेकिन एक भी ग्रैंड स्लैम नहीं जीत पाए।