भारतीय पहलवान और दो बार ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। खबरों की मानें तो अगर सुशील पर आरोप सही साबित हुए तो सुशील को अप्रैल में होने वाले कामनवेल्थ गेम्स में क्वालीफाई होने के बावज़ूद भी उन्हें नहीं भेजा जायेगा। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में होने वाले कामनवेल्थ गेम्स के क्वालीफाइंग मैच चल रहे थे, जहां सुशील कुमार और प्रवीण राणा के बीच कांटे का मुक़ाबला हुआ और सुशील काफ़ी जद्दोजहद के बाद जीत गए। मैच ख़त्म होने के बाद दोनों पहलवानों के फ़ैन्स के बीच झगड़ा हो गया, इस झगड़े में प्रवीण राणा और उनके भाई नवीन राणा को काफ़ी चोट आयी। प्रवीण का मानना है कि सुशील ने ही प्रशंसकों को भड़काया था। इसके बाद WFI को प्रवीण द्वारा दी गयी लिखित शिकायत में उन्होंने साफ़ तौर पर पूरी घटना का आरोप सुशील पर ही लगाया है। उनका मानना है कि सुशील के कहने पर ही कुछ फ़ैन्स ने उन्हें और उनके बड़े भाई नवीन को धमकाया था, पूरी घटना को देखकर रेसलिंग फेडरेशन ने सुशील को कारण बताओ नोटिस भेजा था जिसके जवाब में सुशील ने कहा कि 'जानबूझ कर या गलती से भी मैं कभी ऐसा कुछ नहीं कर सकता जिससे खेल पर दाग लगे। मैं कभी किसी रेसलर को नीचा दिखाकर ऐसी हरकत नहीं सकता, मैं इस खेल का सम्मान करता हूं, न मेरा, न ही मेरे किसी समर्थक का इस विवाद में कोई लेने देना है। मै इस पूरे विवाद की निंदा करता हूं ’। हालांकि फेडरेशन ने अभी कुछ फैसला लेने से मना किया है, ऐसा माना जा रहा है कि PWL के बाद ही डिसिप्लिनरी कमिटी इसका विवाद का फैसला करेगी। सूत्रों के अनुसार अगर कमिटी को यह मामला फेडरेशन के अंतर्गत लगता है तो दोनों पक्षों से अलग अलग पूछताछ की जाएगी और कमिटी को अगर इस विवाद में पुलिस की भूमिका लगती है तो वह पूरा मामला पुलिस को सौंप देंगे। यदि पुलिस चार्जशीट फाइल करती हैं तो सुशील को सस्पेंड कर दिया जायेगा, ग़ौरतलब है कि भारत को रेसलिंग में ओलिंपिक खेलों में एक रजत और एक कांस्य पदक दिलाने वाले रेसलर सुशील को कॉमनवेल्थ वेल्थ गेम्स से भी हाथ धोना पड़ सकता हैं।