कोई पुरानी स्वास्थ्य समस्या कर रही है परेशान तो शीशम के चमत्कारिक लाभ जानना है जरूरी

कोई पुरानी स्वास्थ्य समस्या कर रही है परेशान तो शीशम के चमत्कारिक लाभ जानना है जरूरी (फोटो - sportskeedaहिन्दी)
कोई पुरानी स्वास्थ्य समस्या कर रही है परेशान तो शीशम के चमत्कारिक लाभ जानना है जरूरी (फोटो - sportskeedaहिन्दी)

शीशम (Rosewood) के पेड़ का व्यापक रूप से इमारतों और फर्नीचर में उपयोग किया जाता है। इसके अलावा इसके औषधीय गुणों समेत और भी कई उपयोग हैं। आज हमारा विषय शीशम के पेड़ के औषधीय लाभों पर है। शीशम एक स्व-विकसित पौधा है और पूरे भारत में पाया जाता है। यह एक साधारण पेड़ की तरह दिखता है लेकिन इसके कई उपयोग और स्वास्थ्य गुण हैं। इस लेख के माध्यम से हम शीशम के चमत्कारिक लाभ बताने जा रहे हैं।

कोई पुरानी स्वास्थ्य समस्या कर रही है परेशान तो शीशम के चमत्कारिक लाभ जानना है जरूरी - Health Benefits Of Sheesham In Hindi

1. चर्मरोग में सहायक (Aids in Dermatoses)

डर्मैटोसेस यानी चर्मरोग में शीशम बहुत लाभकारी माना जाता है। उपचार के लिए - मीठे तेल में इसके पत्तों का श्लेष्मा मिला लें। इस मिश्रण को चोट वाली त्वचा पर लगाएं। अथवा इसके पत्तों का 50-100 मिलीलीटर काढ़ा दिन में 2 बार रोगी को दें। यह फोड़े और अल्सर को प्रभावी ढंग से ठीक करता है।

2. सायटिका में उपयोगी इलाज (Useful treatment in sciatica)

सायटिका की समस्या में शीशम की छाल बहुत लाभकारी होती हैं। उपचार के लिए - इसकी मोटी छाल का 10 किलो चूर्ण लेकर 23.5 लीटर पानी में उबालें। तब तक उबालें जब तक पानी 1.8th तक कम न हो जाए। घोल को कपड़े से छान लें और इसे फिर से गाढ़ा होने तक पकाएं। इस गाढ़े रस की 10 ग्राम मात्रा घी मिले दूध के साथ दिन में तीन बार दें। खुराक 21 दिनों तक जारी रखें। यह विकार को पूरी तरह ठीक करता है।

3. बुखार में फायदेमंद (Beneficial in fever)

किसी भी तरह के बुखार में ये फायदेमंद माना गया है। उपचार के लिए - किसी भी तरह के बुखार में इसके रस की 20 ग्राम मात्रा को 320 मिलीलीटर पानी और 160 मिलीलीटर दूध में मिलाकर सेवन करें। घोल को तब तक उबालें, जब तक कि केवल दूध न रह जाए। इसे रोगी को दिन में तीन बार दें।

4. अल्सर ठीक करे (Heal ulcers)

शीशम के तेल का उपयोग अल्सर की समस्या में लाभदायक होता है। उपयोग के लिए - शीशम के तेल को प्रभावित जगह पर लगाएं। यह खुजली, जलन को ठीक करने में मदद करता है और अल्सर को भी ठीक करता है।

5. मासिक धर्म चक्र में अधिक रक्तस्राव को सामान्य करे (Normalizes over bleeding in Menstrual cycle)

मासिक धर्म में होने वाले दर्द व रक्तस्राव को नार्मल करने के लिए शीशम के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। उपयोग के लिए - 8-10 शीशम के पत्ते लेकर उन्हें 25 ग्राम चीनी के साथ पीस लें। इसे रोगी को दिन में दो बार दें। कुछ ही दिनों में यह रक्तस्राव को सामान्य कर देता है। इसके अलावा, यह पुरुषों में ल्यूकोरिया और मूत्र संबंधी विकारों के लिए भी अच्छा है। सर्दी के मौसम में इसके साथ ही 4-5 काली मिर्च भी रोगी को अवश्य देनी चाहिए। मधुमेह रोगी बिना चीनी डाले इसका सेवन कर सकते हैं।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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