भारत के लिए कुश्ती में गुरुवार की शुरुआत अच्छी नहीं रही, जब अपने पहले ही मुक़ाबले में बबिता कुमारी को हार का सामना करना पड़ा। महिला कुश्ती के 53 किग्रा वर्ग के राउंड ऑफ़ 16 में उन्हें ग्रीस की मारिया प्रेवोलराकी के हाथो 1-5 से शिकस्त झेलनी पड़ी है। इसके बाद भी बबिता के पास भारत के लिए पदक दिलाने का मौक़ा था, जैसे कल साक्षी मलिक ने रेपचेज़ राउंड के ज़रिए कांस्य पदक जीता था। इसके लिए बबिता और पूरे भारतवासियों की नज़र ग्रीस की मारिया प्रेवोलराकी पर थी, ग्रीक पहलवान को अपने सारे मुक़ाबले जीतते हुए फ़ाइनल में पहुंचना था, ताकि बबिता को एक और मौक़ा मिलता। लेकिन ग्रीस की महिला पहलवान मारिया प्रेवोलराकी को अपने अगले ही मुक़ाबले में एंजेलिका आर्ग्युलो के हाथो 3-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी जिसके साथ ही रेपचेज़ राउंड में खेलने का मौक़ा बबिता के हाथो से निकल गया और उनका रियो ओलंपिक का सफ़र थम गया। बबिता कुमारी की शुरुआत बेहद निराशाजनक रही, जब पहले ही राउंड में ग्रीक पहलवान ने 3-1 की बढ़त बना ली थी। भारतीय पहलवान को जो एक अंक मिला था, वह भी पेनल्टी के तौर पर। दूसरे राउंड में भी बबिता ने निराश किया और कोई अंक नहीं जीत पाईं, जबकि मारिया प्रेवोलराकी ने दो और अंक जीतते हुए बबिता को मुक़ाबले से पूरी तरह बाहर कर दिया था। जब मैच ख़त्म हुआ तो भारतीय महिला पहलवान 1-5 से मुक़ाबला हार चुकीं थीं। भारत को अब कुश्ती में योगेश्वर दत्त से उम्मीद है जिनके मुक़ाबले 21 अगस्त को खेले जाएंगे। हालांकि नरसिंह यादव पर आने वाले फ़ैसले का भी सभी को इंतज़ार होगा जो 19 अगस्त को होने वाले कुश्ती के मुक़ाबलों से कुछ देर पहले ही आएगा। डोपिंग टेस्ट में पॉज़ीटिव पाए गए नरसिंह यादव को अगर खेलने की अनुमति मिलती है तो भारत के लिए ओलंपिक्स में पदक की एक बड़ी उम्मीद और बढ़ जाएगी।