भारत के स्टार बॉक्सर विकास कृषण यादव पदक के बेहद क़रीब जाकर चूक गए, 75 किग्रा वर्ग में भारतीय बॉक्सर को उज़बेकिस्तान मेलेकुज़ीव बेक्टेमीर ने सीधे राउंड में आसानी से शिकस्त दे दी। इस हार के साथ ही भारत की बॉक्सिंग में दावेदारी ख़त्म हो गई है, इससे पहले मनोज कुमार और शिवा थापा भी हार कर बाहर हो गए थे। 20 वर्षीय उज़बेकिस्तान के बॉक्सर ने विकास कृषण को 3-0 से शिकस्त दी, पहले राउंड से ही मेलेकुज़ीव बेक्टेमीर काफ़ी हावी दिखे। वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशीप के इस सिल्वर मेडलिस्ट ने तीनों ही राउंड में 10, 10, 10 के स्कोर के साथ विकास कृषण को पूरी तरह मैच से बाहर ही कर दिया था। विकास कृषण ने पहले राउंड में 9, 9, 9 जबकि दूसरे राउंड इस भारतीय बॉक्सर का स्कोर 9, 8, 8 रहा जिसने विकास के सामने तीसरे राउंड में जीत के लिए नॉकआउट का ये विकल्प छोड़ा था। लेकिन उज़बेकिस्तान के बॉक्सर ने उन्हें कोई मौक़ा नहीं दिया, इस राउंड में विकास को एक बार फिर 9, 9, और 9 अंक से ही संतोष करना पड़ा। इस तरह ये मुक़ाबला मेलेकुज़ीव बेक्टेमीर ने 30-27, 30-25 और 30-27 से अपने नाम किया और सेमीफ़ाइनल में प्रवेश कर लिया, जहां अगर जीते तो फ़ाइनल में पहुंच जाएंगे, और हारने पर भी उन्हें कांस्य पदक मिलेगा। इसी वर्ग में लंदन ओंलपिक्स में विजेंदर सिंह ने भारत के लिए पदक जीता था। लेकिन इतिहास दोहराने से 24 वर्षीय विकास कृषण यादव चूक गए।