रॉयल रंबल पे-पर-व्यू खत्म होने के बाद रोड टू रैसलमेनिया की शुरुआत हो चुकी है। अब रॉ और स्मैकडाउन की ज्यादातर स्टोरी रैसलमेनिया 36 को ध्यान में रखकर बनाई जाएंगी। एलिमिनेशन चैंबर 8 मार्च (भारत में 9 मार्च) को होने वाला है।
एलिमिनेशन चैंबर मैच के पीछे ट्रिपल एच का हाथ है और इसको लेकर 2002 में एरिक बिशफ लेकर आए थे और उसी साल सर्वाइवर सीरीज में पहला एलिमिनेशन चैंबर मैच देखने को मिला था। इस मैच को WWE के सबसे खतरनाक मैचों में से एक में गिना जाता है और इसमें सुपरस्टार्स को चोट लगने की भी काफी संभावनाएं होती हैं।
चैंबर को एऱीना में सेटअप करने के लिए 8 घंटों का समय लगता है और इसको बनाने के लिए ब्लैक पेंटिड स्टील का इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा इसमें 16 फेम भी होते हैं, जिसका वजन 300 पाउंड है। इस खतरनाक स्ट्रकचर को बनाने के लिए 2 माइल्स ऑफ चेन और 10 टन स्टील का अपयोग भी किया गया है। एलिमिनेशन चैंबर मैच में सिर्फ 6 सुपरस्टार ही हिस्सा लेते हैं, हालांकि 2018 में 7 सुपरस्टार ने हिस्सा लिया था।
- दो सुपरस्टार्स मैच की शुरूआत करते हैं और बाकी 4 सुपरस्टार्स ग्लास पोड में बंद होते हैं।
-हर 5 मिनट के बाद एक सुपरस्टार इस मैच में हिस्सा लेते हैं और ऐसा तबतक चलता है, जबतक सारे सुपरस्टार्स रिंग में एंट्री नहीं कर लेते हैं।
-इस मैच में सुपरस्टार्स को बस पिनफॉल और सबमिशन के जरिए ही एलिमिनेट किया जा सकता है।
-अंत में जो सुपरस्टार भी बचता है, वो इस मैच को अपने नाम कर लेता है।