कतर के मुस्ता एस्सा बार्शिम लगातार तीसरी बार विश्व एथलेटिक चैंपियनशिप में पुरुषों की हाई जम्प का गोल्ड मेडल अपने नाम करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। मौजूदा ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट बार्शिम ने इससे पहले साल 2019 और 2017 में विश्व चैंपियनशिप्स का गोल्ड जीता था। अमेरिका के ओरेगोन में हो रही प्रतियोगिता में इस बार बार्शिम ने 2.37 मीटर की ऊंचाई की छलांग लगाकर पहला स्थान हासिल किया। बार्शिम के अलावा किसी एथलीट ने लगातार दो बार भी हाई जम्प में गोल्ड नहीं जीता है।
बार्शिम ने टोक्यो ओलंपिक और 2019 की विश्व चैंपियनशिप्स में भी यही ऊंचाई नापी थी। 31 साल के बार्शिम साल 2016 और 2012 के ओलंपिक खेलों में सिल्वर मेडल भी जीत चुके हैं।
हाई जम्प स्पर्धा में दक्षिण कोरिया के सांघियुक वू ने 2.35 मीटर की छलांग लगाई और नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ सिल्वर जीता। यूक्रेन के ऐंड्रीय प्रोत्सेन्को ने 2.33 मीटर की छलांग के साथ ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। टोक्यो ओलंपिक में कतर के बार्शिम के साथ संयुक्त रूप से गोल्ड जीतने वाले इटली के जियानमार्को तम्बेरी विश्व चैंपियनशिप में पदक से चूक गए और चौथे नंबर पर रहे।
वहीं महिलाओं की ट्रिपल जम्प के फाइनल में वेनेजुएला की यूलिमर रोजास ने 15.47 मीटर की ऊंचाईं की छलांग लगाकर लगातार तीसरी बार गोल्ड जीतने में कामयाबी हासिल की। 26 साल की रोजास ने टोक्यो ओलंपिक में भी गोल्ड मेडल अपने नाम किया था जबकि 2016 रियो ओलंपिक में दूसरे स्थान पर रहीं थी।
रोजास ने दोहा विश्व एथलेटिक चैंपियनशिप 2019 और उससे पहले लंदन में 2017 में हुई विश्व चैंपियनशिप में भी ट्रिपल जम्प का गोल्ड जीता था। रोजास के नाम 15.74 मीटर की कूद के साथ ट्रिपल जम्प का विश्व रिकॉर्ड भी है। रोजास पहली महिला एथलीट हैं जिनके पास लगातार तीन विश्व चैंपियनशिप में ट्रिपल जम्प का गोल्ड हो।
ट्रिपल जम्प का सिल्वर जैमेका की शैनिका रिकेट्स (14.89 मीटर) के नाम रहा जबकि अमेरिका की टोरी फ्रैंकलिन ने 14.72 मीटर की कूद के साथ ब्रॉन्ज जीता।