टोक्यो ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा और रोहित यादव विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स के जैवलिन थ्रो फाइनल में पहुंच गए हैं। 88.39 मीटर के शानदार थ्रो के साथ नीरज ने पहले ही प्रयास में डायरेक्ट क्वालिफिकेशन पाया और ओवरऑल दूसरे स्थान पर रहे। वहीं रोहित यादव ने 80.42 मीटर के थ्रो के साथ टॉप 12 खिलाड़ियों में जगह बनाकर फाइनल में स्थान पक्का किया।
पुरुष जैवलिन थ्रो क्वालिफिकेशन के लिए दो ग्रुप में खिलाड़ियों को बांटा गया था। नीरज चोपड़ा ग्रुप ए में शामिल थे। डायरेक्ट क्वालिफिकेशन के लिए 83.50 मीटर का मार्क रखा गया था। नीरज ने पहले ही थ्रो में 88.39 मीटर की दूरी नापी और फाइनल में जगह बना ली। इसके बाद उन्हें कोई थ्रो करने की जरूरत नहीं पड़ी। ग्रुप ए से चेक रिपब्लिक के जाकूब वाल्डेज 85.23 मीटर के थ्रो के साथ डायरेक्ट क्वालीफाई करने वाले दूसरे एथलीट बने।
ग्रुप बी में मौजूदा विश्व चैंपियन ग्रेनाडा के एंडर्स पीटरसन ने 89.91 मीटर के साथ ओवरऑल क्वालिफिकेशन में पहला स्थान हासिल किया। जर्मनी के जूलियन वेबर ने भी 87.28 मीटर के थ्रो के साथ डायरेक्ट क्वालिफिकेशन में सफलता हासिल की। भारत के रोहित यादव ने पहले प्रयास में 80.42 मीटर की दूरी पार की, दूसरे प्रयास में वो फाउल कर बैठे जबकि तीसरे प्रयास में 77.32 मीटर की दूरी तय की। फाइनल में 12 एथलीट भाग लेते हैं, ऐसे में ओवरऑल रोहित यादव 11वें नंबर पर रहे। भारत की ओर से पहली बार दो एथलीट स्पर्धा का फाइनल खेलते दिखेंगे। भारत के अलावा फिनलैंड के दो जैवलिन थ्रो एथलीट फाइनल में पहुंचे हैं।
पीटरसन को हराना नीरज की जिम्मेदारी
23 जुलाई को जैवलिन थ्रो का फाइनल खेला जाएगा। नीरज के लिए गोल्ड तक पहुंचने में सबसे बड़ी चुनौती पीटरसन होंगे जो अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में हैं। नीरज ने हाल ही में स्टॉकहोम में 89.94 मीटर के थ्रो के साथ डायमंड लीग में सिल्वर जीता जबकि पीटरसन ने इसी प्रतियोगिता में 90.31 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड जीता। वहीं मई 2022 में ही पीटरसन ने दोहा में 93.07 मीटर की दूरी का थ्रो किया जो इस सीजन किसी भी एथलीट का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। जर्मनी के जूलियन वेबर भी इस सीजन 89.54 मीटर का थ्रो कर चुके हैं और वो भी नीरज को कड़ी चुनौती दे सकते हैं।