टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले जेवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने डायमंड लीग का फाइनल जीत लिया है। स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में हुए फाइनल में चोपड़ा ने 88.44 मीटर के थ्रो के साथ पहला स्थान हासिल किया और डायमंड लीग फाइनल ट्रॉफी जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने।
24 साल के नीरज ने पहले प्रयास में फेल होने के बाद अपने दूसरे ही प्रयास में 88.44 मीटर की दूरी को नापा। इसके बाद तीसरे प्रयास में 88 मीटर, चौथे प्रयास में 86.11 मीटर और पांचवे प्रयास में 87 मीटर की दूरी को नापने में कामयाब रहे। अपने छठे थ्रो में नीरज ने 83.60 मीटर की दूरी तक जेवलिन फेंका। नीरज ने पिछले महीने ही लुसैन में डायमंड लीग में भाग लेकर पहला स्थान पाया था और फाइनल में जगह पक्की की थी।
चेक रिपब्लिक के वाल्देच जाकुब ने 86.94 मीटर के थ्रो के साथ दूसरा स्थान हासिल किया। वाल्देच ने 2016 में डायमंड लीग फाइनल को जीता था और टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल भी हासिल किया था। जबकि जर्मनी के जूलियन वीबर को 83.73 मीटर के साथ तीसरा स्थान मिला। कुल 6 फाइनलिस्ट जेवलिन थ्रो एथलीटों ने डायमंड लीग फाइनल में भाग लिया था। विश्व चैंपियन और इस सीजन 93 मीटर की दूरी नापने वाले ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स को भी फाइनल में भाग लेना था लेकिन अगस्त के महीने में एक हादसे में उन्हें चोट लगी जिसके कारण उन्हें मीट से हटना पड़ा।
क्या है डायमंड लीग?
हर साल एथलेटिक्स में 14 टॉप लेवल की मीट्स को मिलाकर डायमंड लीग का नाम दिया गया है। इन प्रतियोगिताओं के जरिए साल भर ट्रैक एंड फील्ड की स्पर्धाओं में अलग-अलग समय पर एथलीट भाग लेते हैं और आखिरी मीट में फाइनल मुकाबला होता है। हर मीट के परिणामों को मिलाकर फाइनलिस्ट की सूची बनाई जाती है जो डायमंड लीग की आखिरी मीट यानी डायमंड लीग फाइनल्स में भाग लेते हैं। इस साल कुल 12 मीट हुई और सीजन 13 मई से 8 सितंबर तक का था।