15 जुलाई से अमेरिका के ओरेगोन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप का 18वां संस्करण शुरु हो रहा है। हर दो सालों में होने वाली इस प्रतियोगिता में दुनियाभर के टॉप एथलीट शामिल होते हैं और हर स्पर्धा के क्वालिफिकेशन के बाद फाइनल मुकाबला टॉप 8 खिलाड़ियों के बीच होता है। भारत इस प्रतियोगिता के 39 सालों के इतिहास में सिर्फ 1 मेडल अपने नाम कर पाया है, ऐसे में देश को टोक्यो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा से उम्मीद है कि वो इस बार देश को मेडल जरूर दिलाएंगे।
साल 2003 में पेरिस में हुई विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत की लॉन्ग जम्प खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज ने ब्रॉन्ज मेडल जीता और देश की पहली एथलीट बनीं जो इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में मेडल लाई हों। लेकिन अंजू की जीत के बाद आज तक दोबारा कोई एथलीट देश के लिए विश्व चैंपियनशिप में मेडल नहीं लाया है। ऐसे में अंडर-20 विश्व चैंपियन और भारत को ओलंपिक खेलों में पहला ट्रैक एंड फील्ड गोल्ड दिलाने वाले जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज से सभी फैंस मेडल की आस लगाए बैठे हैं।
24 साल के नीरज का फॉर्म फिलहाल बेहतरीन चल रहा है। अगस्त 2021 में ओलंपिक गोल्ड जीतने के बाद नीरज करीब 10 महीना फील्ड से दूर रहे लेकिन जून 2022 में नीरज ने बेहतरीन वापसी की और 2 बार अपना ही रिकॉर्ड तोड़ नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। पहले 14 जून को नीरज ने पावो नूर्मी खेलों में 89.30 मीटर की दूरी पर जैवलिन फेंका और अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इसके बाद 20 जून को स्वीडन में डायमंड लीग की प्रतियोगिता में नीरज ने 89.94 मीटर की दूरी को छुआ और 90 मीटर के जादुई मार्क से सिर्फ 0.06 मीटर दूर रह गए। हालांकि दोनों बार नीरज को दूसरा स्थान मिला लेकिन नीरज के प्रदर्शन को देखते हुए इस बार उनसे पदक की उम्मीद की जा सकती है।
वैसे फैंस तो नीरज से विश्व चैंपियन बनने की उम्मीद लगाए हुए हैं। लेकिन नीरज के सामने चुनौती काफी होंगी। सबसे बड़ी चुनौती होंगे विश्व नंबर 1 और मौजूदा विश्व चैंपियन ग्रेनाडा के पीटर्स एंडरसन जिन्होंने इसी साल मई में 93.07 मीटर की बेहतरीन दूरी तय की। स्वीडन में नीरज से आगे एंडरसन ही थे और उन्होंने 90.31 मीटर की दूरी तय की थी। हालांकि उनका प्रदर्शन इस सीजन घटता-बढ़ता रहा है और जून में ही एक प्रतियोगिता में उनका थ्रो 72 मीटर का भी रहा। लेकिन नीरज इन्हें कम नहीं आंक सकते। वहीं फिनलैंड के ऑलिवर हेलांदर ने पावो नूर्मी खेलों में 89.83 मीटर की दूरी के साथ गोल्ड जीता और वो भी नीरज को कड़ी टक्कर देंगे। पूर्व विश्व चैंपियन जर्मनी के जॉहानस वेट्टर ने विश्व चैंपियनशिप से नाम वापस ले लिया है और ऐसे में नीरज के परिणाम को थोड़ा और बल मिलेगा।
पुरुषों के जैवलिन थ्रो का क्वालिफिकेशन 21 जुलाई को होगा जबकि फाइनल 23 जुलाई को खेला जाएगा। भारत की ओर से कुल 21 एथलीट इस बार विश्व चैंपियनशिप का हिस्सा बनने जा रहे हैं।