ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप 2018 में पीवी सिन्धु और एच एस प्रनोय ने जीत हासिल कर टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में अपनी जगह बना ली है लेकिन शानदार फॉर्म में चल रहे किदम्बी श्रीकांत को अंपायर के कुछ अजीबोगरीब फैसलों के कारण मैच में हार मिली और उनका टूर्नामेंट का सफ़र खत्म हो गया। इसके साथ ही रेन्की रेड्डी और चिराग शेट्टी को रोमांचक मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। अंतिम 16 में पीवी सिन्धु का मुकाबला नितचोन जिन्दपोल के साथ हुआ। सिन्धु ने मैच में शानदार शुरुआत करते हुए पहले गेम को 21-13 से जीत लिया लेकिन नितचोन जिन्दपोल ने दूसरे गेम में वापसी करते हुए पीवी सिन्धु को 21-13 से ही हरा दिया और मुकाबले को 1-1 से बराबर कर लिया। अंतिम गेम में सिन्धु ने वापसी करते हुए नितचोन जिन्दपोल को 21-18 से हराकर मुकाबले को जीत लिया और टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में अपनी जगह बना ली और सेमीफाइनल की भिडंत के लिए पीवी सिन्धु का क्वार्टरफाइनल मुकाबला नोजामी ओकुहारा से खेला जायेगा। उनके साथ भारत के एकमात्र और ख़िलाड़ी एकएस प्रनोय रहे, जिन्होंने क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई है। एच एस प्रनोय ने विश्व के नंबर 3 ख़िलाड़ी टॉमी सुगिआरतो को 21-10, 21-19 से मात दी। किदम्बी श्रीकान्त ने चाइना के यूजियांग से अपना मुकाबला 11-21, 21-15, 20-22 से गवां दिया। श्रीकांत ने मैच के बाद अंपायर के खराब फैसलों को दोषी ठहराते हुए इस मैच में अपनी हार स्वीकार की। श्रीकांत ने कहा कि मैंने मुकाबले में शुरुआत खराब की लेकिन दूसरे गेम में वापसी करने के बाद तीसरा गेम अपने रोमांच पर था लेकिन अंपायर ने विपक्षी ख़िलाड़ी के कई सर्विस फ़ाउल नहीं दिए, जिससे मुझे नाराजगी हुई और किसी बड़े टूर्नामेंट में ऐसा नहीं होना चाहिए था। श्रीकांत के अलावा पुरुष डबल्स में सात्विक और चिराग शेट्टी की जोड़ी को भी पिछले सत्र की विजेता जोड़ी मथियंस बोए और कर्स्टन मोगेंसन से 21-16, 16-21, 23-21 से हार का सामना करना पड़ा।