थॉमस कप के क्वार्टरफाइनल में जगह बना चुकी भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम को ग्रुप स्टेज के आखिरी टाई में चीनी ताइपे के खिलाफ 2-3 से हार का सामना करना पड़ा। भारत की ओर से किदाम्बी श्रीकांत और एच एस प्रणॉय ने अपने मुकाबले जीतने में कामयाबी हासिल की लेकिन लक्ष्य सेन कड़े मैच में हार गए, और डबल्स मुकाबलों में भी भारत को हार झेलनी पड़ी और चीनी ताइपे ने टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार ग्रुप स्टेज में टॉप किया। थाईलैंड में आयोजित हो रही इस पुरुष विश्व चैंपियनशिप में भारतीय टीम पहले ही अंतिम 8 में जा चुकी है।
पहले मैच में विश्व चैंपियन ब्रॉन्ज मेडलिस्ट और वर्ल्ड नंबर 9 लक्ष्य सेन का सामना विश्व नंबर 4 चीनी ताइपे के चोउ-तिएन चिन से हुआ। 1 घंटा 20 मिनट तक चले इस मैच में चिन ने सेन को 21-19, 13-21, 21-17 से हराया। सेन ने अपने से ऊपर की रैंकिंग के चिन को बेहद कड़ी टक्कर दी, लेकिन संघर्षपूर्ण मुकाबले में जीत चिन की हुई और ताइपे को 1-0 की बढ़त मिली।
दूसरे मुकाबले में ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट ली यांग-वांग ची लिन की जोड़ी ने भारत की टॉप जोड़ी सात्विक-चिराग को सीधे सेटों में 21-11, 21-19 से हराया। पहले सेट में आसानी से हारने के बाद भारतीय जोड़ी ने दूसरे सेट में काफी अच्छी चुनौती दी। इसके बाद तीसरा मैच पूर्व विश्व नंबर 1 और मौजूदा वर्ल्ड नंबर 11 भारत के किदाम्बी श्रीकांत और विश्व नंबर 15 वांग जु वेई के बीच हुआ। श्रीकांत ने 53 मिनट चले मैच में 21-19, 21-16 से जीत दर्ज कर भारत का खाता खोला।
लेकिन चौथे मैच में बेहद कड़ी चुनौती देने के बाद भी ध्रुव कपिला-अर्जुन की जोड़ी को लू चिंग याओ-यांग पो हान ने 21-17, 19-21, 21-19 से हराकर ताइपे को 3-1 की अजेय बढ़त दिला दी। ध्रुव-अर्जुन ने पूरे मैच में जी-जान लगा दी और मुकाबला बेहद रोचक बनाए रखा। दिन के आखिरी मैच में एच एस प्रणॉय ने पूरी ताकत झोंकी और लू चिया हंग को 21-18, 17-21, 21-18 से मात देते हुए भारत को सम्मानजनक स्थिति पर पहुंचाया। भले ही कागज पर चीनी ताइपे ने जीत दर्ज की हो, लेकिन इस टाई में चीनी ताइपे की टीम भारतीय दल से ज्यादा मजबूत थी, और इसके बावजूद टीम इंडिया ने बेहतरीन खेल दिखाया।