थॉमस कप बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम का बेहतरीन प्रदर्शन जारी है। भारत ने तहीति को 5-0 से हराकर प्रतियोगिता के अंतिम-8 में जगह बना ली है। टीम इंडिया ने इससे पहले नीदरलैंड को भी 5-0 से करारी शिकस्त दी थी। । अब टीम का अगला मुकाबला दिग्गज चीन से होगा, और इस मुकाबले के परिणाम पर क्वार्टर-फाइनल में मुकाबले तय होंगे। भारत ने 11 साल बाद थॉमस कप के क्वार्टर-फाइनल में जगह बनाई है।
नए खिलाड़ियों को मौका
डेनमार्क में चल रही प्रतियोगिता के अंतर्गत ग्रुप सी में तहीति के खिलाफ मुकाबले के लिए किदांबी श्रीकांत को आराम देते हुए किरण जॉर्ज को मौका दिया गया। 21 साल के जॉर्ज ने सिर्फ 15 मिनट में तहीति के इलायस मुब्लांक को 21-4, 21-2 से हरा दिया। दूसरे एकल मुकाबले में समीर वर्मा ने रेमी रोसी को 21-12, 21-12 से मात दी। अनुभवी खिलाड़ी बी साईं प्रणीत ने तीसरे एकल मैच में लुई ब्यूबोई को 21-5, 21-6 से हराया।
डबल्स में नई जोड़ी कृष्ण प्रसाद-विष्णु वर्धन को मौका दिया गया जिन्होंने सीधे सेटों में मैच जीता। वहीं दूसरे डबल्स मुकाबले में स्वास्तिकराज रानकिरेड्डी और चिराग शेट्टी की अनुभवी जोड़ी ने इलायस मुब्लांक और हीवा यूवनेट को 21-5, 21-3 से मात देते हुए भारत के लिए क्लीन स्वीप पूरी की।
11 साल बाद क्वार्टर-फाइनल में
भारतीय बैडमिंटन टीम के लिए इस जीत के खासे मायने हैं। साल 2018 में भारतीय टीम टूर्नामेंट में ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो गई थी और 10वें स्थान पर रही थी। साल 2016, 2014 और 2012 में भी भारत थॉमस कप में कुछ खास नहीं कर पाया था। पिछली बार साल 2010 में भारतीय पुरुष टीम नॉकआउट स्टेज तक पहुंची थी जहां उसे इंडोनिशिया ने हराकर बाहर किया था। ऐसे में भारतीय टीम चाहेगी कि नॉकआउट में कम से कम क्वार्टर-फाइनल जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाने का मौका जरूर हासिल करे। भारत की महिला टीम पहले ही ऊबर कप के क्वार्टर-फाइनल में जगह बना चुकी है।