कनाडा पैरा बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारतीय खिलाड़ियों ने 9 पदक जीतकर दिखाया दम

भारतीय दल ने 2 गोल्ड, 1 सिल्वर समेत कुल 9 पदक अपने नाम किए।
भारतीय दल ने 2 गोल्ड, 1 सिल्वर समेत कुल 9 पदक अपने नाम किए।

भारत के पैरा बैडमिंटन खिलाड़ियों ने कनाडा में संपन्न हुई पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल प्रतियोगिता में कुल 9 मेडल जीतकर खुद को बेहतरीन ढंग से साबित किया है। ओटावा में 8 से 12 जून तक हुई प्रतियोगिता में भारतीय शटलर्स ने 2 गोल्ड, 1 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की है। महिलाओं की SL3 कैटेगरी में भारत की युवा खिलाड़ी मानसी जोशी ने सिंगल्स का गोल्ड जीतकर इस सीजन का अपना चौथा खिताब जीतने में कामयाबी हासिल की। मानसी ने फाइनल में यूक्रेन की ओक्साना कोज्याना को मात दी। मानसी ने इस साल स्पेन में दो अंतर्राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन खिताब जीते थे और कुछ हफ्तों पहले ही दुबई में भी खिताब अपने नाम किया।

भारत के लिए दूसरा गोल्ड SU5 कैटेगरी में मनीषा रामदास ने जीता। रामदास ने फाइनल में टोक्यो पैरालंपिक खेलों की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट अकिको सुगिनो को सीधे सेटों में 27-25, 21-9 से हराया। टोक्यो पैरालंपिक खेलों में गोल्ड जीतने वाले भारत के प्रमोद भगत ने पुरुष सिंगल्स SL3 इवेंट में सिल्वर मेडल हासिल किया। भगत को फाइनल में इंग्लैंड के डेनिएल बेथेल ने 21-14, 9-12, 21-15 से मात दी।

भारत की पारुल परमार को महिला सिंगल्स SL3 इवेंट में कांस्य पदक मिला। इनके अलावा पुरुषों की SL3 सिंगल्स प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में हारने वाले नितेश कुमार को भी ब्रॉन्ज मेडल मिला।तरुण ढिल्लों, रुतिक रघुपति ने अपने कैटेगरी में कांस्य पदक जीता, तो रुतिक और मानसी जोशी ने मिक्स्ड डबल्स में कांस्य जीतने में कामयाबी दर्ज की। नितेश कुमार और तरुण ढिल्लों ने मिलकर पुरुष डबल्स में भी कांस्य पदक अपने नाम किया। इस प्रतियोगिता के जरिए इसी साल होने वाली विश्व पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल क्वालीफायर्स भी चुने जाएंगे, और ऐसे में ये 9 पदक बेहद मायने रखते हैं।

Edited by Prashant Kumar