'कॉमनवेल्थ 2022 के लिए नहीं चुने जाने की वजह से दुखी रहीं साइना नेहवाल ' - पी कश्यप

साइना ने साल 2010 और 2018 के कॉमनवेल्थ खेलों में सिंगल्स का गोल्ड जीता था।
साइना ने साल 2010 और 2018 के कॉमनवेल्थ खेलों में सिंगल्स का गोल्ड जीता था।

पूर्व विश्व नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी और 2012 लंदन ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साइना नेहवाल इस साल के कॉमनवेल्थ खेलों में चुने ना जाने से बेहद टूट गईं थीं, और इसका खुलासा खुद उनके पति और भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी परुपल्ली कश्यप ने किया है। एक अखबार के मुताबिक कश्यप ने इस बात को माना है कि साइना को टीम में नहीं चुना जाना उनकी बेइज्जती करना था। कश्यप के मुताबिक साल 2010 और 2018 में कॉमनवेल्थ खेलों का महिला सिंगल्स गोल्ड जीत चुकी साइना टीम में चुना जाना डिजर्व करतीं थीं। कश्यप फिलहाल साइना के कोच की भूमिका भी निभा रहे हैं।

कश्यप ने साल 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुष सिंगल्स गोल्ड जीता था।
कश्यप ने साल 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुष सिंगल्स गोल्ड जीता था।

इस साल अप्रैल महीने में कॉमनवेल्थ खेलों के लिए टीम सेलेक्शन ट्रायल्स हुए। दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधू को जहां सीधे टीम में एंट्री दी गई थी वहीं खराब फॉर्म से जूझ रही साइना से BAI ( Badminton Association of India) ने अपेक्षा की थी कि वो ट्रायल में भाग लें। उस समय साइना ने कड़े शेड्यूल के कारण ट्रायल्स में हिस्सा नहीं लिया और कड़े शब्दों में टूर्नामेंट्स के बीच ट्रायल रखने पर सवाल उठाए थे। बर्मिंघम 2022 खेलों के लिए जो महिला टीम चुनी गई उसमें सिंधू, आकर्षी कश्यप, गायत्री गोपीचंद, ट्रीसा जॉली, अश्विनी पोनप्पा को जगह मिली।

साइना हाल ही में सिंगापुर ओपन के क्वार्टरफाइनल में पहुंची, हालांकि उन्हें कड़े मुकाबले में हार मिली, लेकिन मार्च 2021 के बाद अब साइना 16 महीने के इंतजार के बाद किसी प्रतियोगिता के क्वार्टरफाइनल तक पहुंची थीं। कश्यप के मुताबिक साइना कॉमनवेल्थ, ओलंपिक समेत कई महत्त्वपूर्ण प्रतियोगिताओं में भारत के लिए पदक जीत चुकी हैं, उनके नाम कई टाइटल हैं और ऐसे में उनका सेलेक्शन टीम में नहीं होना वाकई निराश करने वाला है।

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Edited by Prashant Kumar
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