जर्मन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में पुरुष सिंगल्स के क्वार्टर-फाइनल में भारत के टॉप सीड किदाम्बी श्रीकांत विश्व नंबर 1 विक्टर एक्सलसन से हारकर बाहर हो गए हैं। वहीं लक्ष्य सेन ने भारत के ही एच एस प्रणॉय को मात देते हुए सेमीफाइनल में जगह बना ली है। पुरुष डबल्स में भारत की इकलौती चुनौती कृष्णा गर्ग-विष्णुवर्धन पंजाल की जोड़ी भी हारकर बाहर हो गई । ऐसे में लक्ष्य सेन टूर्नामेंट में इकलौते भारतीय के रूप में बचे हैं।
एक्सलसन के आगे श्रीकांत ने टेके घुटने
टोक्यो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और पहली वरीयता प्राप्त डेनमार्क के विक्टर एक्सलसन ने आठवीं वरीयता प्राप्त किदाम्बी श्रीकांत को 21-10, 23-21 से मात देते हुए अंतिम 4 में जगह बनाई। पहला सेट आसानी से गंवाने के बाद श्रीकांत ने दूसरे सेट में एक्सलसन को काफी कड़ी चुनौती देते हुए वापसी की कोशिश की, और एक समय श्रीकांत के पास दूसरा सेट जीतने के लिए दो गेम प्वाइंट भी थे, लेकिन एक्सलसन ने बेहतरीन अटैक दिखाया और दूसरा सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
विश्व नंबर 1 से भिड़ेगे लक्ष्य
20 साल की बैडमिंटन सनसनी और विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लक्ष्य सेन ने अन्य क्वार्टर-फाइनल में हमवतन और अनुभवी खिलाड़ी एच एस प्रणॉय को 21-15, 21-16 से मात दी। सेन ने दोनों सेट में धीमी शुरुआत की और सधे तरीके से अपनी पकड़ बनाते हुए दोनों सेट जीत लिए। ये प्रणॉय पर लक्ष्य की दूसरी जीत थी। इससे पहले लक्ष्य ने इसी साल जनवरी में इंडियन ओपन के क्वार्टर-फाइनल में प्रणॉय को मात दी थी।
अब सेमीफाइनल में विश्व नंबर 12 लक्ष्य का सामना विश्व नंबर 1 खिलाड़ी विक्टर एक्सलसन से होगा जिन्होंने श्रीकांत को मात दी थी। ऐसे में लक्ष्य के सामने करियर का बेहद जरूरी मैच होगा। हालांकि उम्मीद है कि लक्ष्य इस मैच में बेहद कॉन्फिडेंस के साथ उतरेंगे, क्योंकि जर्मन ओपन के दूसरे दौर में ही उन्होंने टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट सिनिसुका जिनटिंग को सीधे सेटों में हराया था। यही नहीें जनवरी में इंडियन ओपन के फाइनल में विश्व चैंपियन सिंगापुर के ली कीन यु को भी सेन ने मात देकर खिताब अपने नाम किया था। भारत के लिए जर्मन ओपन में इकलौता खिताब साल 2014 में अरविंद भट्ट ने पुरुष सिंगल्स टाइटल के रूप में जीता था। फिलहाल लक्ष्य टूर्नामेंट में इकलौते भारतीय बचे हैं। महिला सिंगल्स में पीवी सिंधू और साइना नेहवाल दूसरे दौर में हारकर बाहर हो गई हैं जबकि डबल्स के सभी मुकाबलों में भारतीय जोड़ियां मात खा चुकी हैं।