भारत की बैडमिंटन सनसनी लक्ष्य सेन ने प्रतिष्ठित ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। लक्ष्य को क्वार्टर-फाइनल के अपने मुकाबले में वॉकओवर मिला जिस कारण वो अंतिम 4 में जगह बनाने में कामयाब हुए। ट्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला डबल्स जोड़ी भी सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही।
लक्ष्य से खिताब की उम्मीद
लक्ष्य के प्रतिद्वंदी चीन के लू गुआंग जू ने मैच से अपना नाम वापस लिया और लक्ष्य इसी के साथ पहली बार ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन के सेमिफाइनल में पहुंचने में कामयाब रहे। लक्ष्य का सामना सेमीफाइनल में अब शनिवार को गत विजेता मलेशिया के ली झी जिया से होगा।
टूर्नामेंट के इतिहास में सिर्फ दो भारतीय खिलाड़ियों ने ऑल इंग्लैंड का खिताब जीता है। 1980 में प्रकाश पादुकोण ने तो साल 2001 में पुलेला गोपीचंद ने पुरुष सिंगल्स का टाइटल अपने नाम किया था। साल 2015 में साइना नेहवाल फाइनल तक पहुंची थीं, लेकिन तब स्पेन की कैरोलिना मरीन से हार गईं थी। ऐसे में लक्ष्य से फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि वह सेमीफाइनल जीतकर न सिर्फ फाइनल तक का सफर तय करें बल्कि खिताब जीतकर इतिहास भी बनाएं।
डबल्स में उम्मीद जागी
महिला डबल्स में ट्रीसा-गायत्री का बेहतरीन प्रदर्शन जारी है। ट्रीसा-गायत्री ने तीन सेट तक चले क्वार्टर-फाइनल मैच में दक्षिण कोरिया की ली सोही-शिन सुएंगचान को 14-21, 22-20, 21-15 से हराया। पहला सेट हारने के बाद भी ट्रीसा-गायत्री ने हार नहीं मानी और अगले दोनों सेट में बेहतरीन वापसी करते हुए मैच अपने नाम किया। विश्व नंबर 46 इस जोड़ी ने दूसरी वरीयता प्राप्त कोरियाई जोड़ी के सामने अपना पूरा दम दिखा दिया और उन्हें मात देकर इतिहास भी रच दिया। ट्रीसा-गायत्री पहली भारतीय जोड़ी है जो ऑल इंग्लैंड में डबल्स के सेमीफाइनल में पहुंची हो।
वहीं पुरुष डबल्स में पहली वरीयता प्राप्त इंडोनिशिया के मार्कस गिडियन-केविन सुकामुलजो की जोड़ी ने चिराग-स्वास्तिक को 24-22, 21-17 से हराया। करीब 47 मिनट चले मैच के पहले सेट में भारतीय जोड़ी ने इंडोनिशियाई जोड़ी को कड़ी टक्कर जरूर दी, लेकिन मैच के दोनों सेट गंवा दिए।