स्विस ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप में नहीं खेलेंगे लक्ष्य, नाम लिया वापस

लक्ष्य ने पिछले साल दिसंबर से ही लगातार अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है।
लक्ष्य ने पिछले साल दिसंबर से ही लगातार अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है।

भारतीय बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन ने 22 मार्च से शुरु हो रहे स्विस ओपन से अपना नाम वापस ले लिया है। खबरों के मुताबिक ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप का सिल्वर मेडल जीतने वाले लक्ष्य पिछले काफी समय से लगातार बैडमिंटन खेल रहे हैं और ऐसे में उन्होंने कुछ समय आराम का फैसला किया है। 20 साल के लक्ष्य ने जनवरी में इंडियन ओपन जीता था, पिछले हफ्ते वह जर्मन ओपन के उपविजेता बने थे और इसी रविवार को ऑल इंग्लैंड के फाइनल में विश्व नंबर 1 विक्टर एक्सलसन के खिलाफ खेलते हुए वह उपविजेता रहे थे। ऐसे में लगातार प्रतियोगिताओं में खेलने से हुई थकान को लक्ष्य दूर करना चाहते हैं।

पीटीआई के अनुसार लक्ष्य के मेंटर और पूर्व नेशनल कोच विमल कुमार का कहना है कि लक्ष्य कुछ समय बेंगलुरु में वापस एकेडमी में आएंगे और एक हफ्ते के आराम के बाद कोरियन ओपन में भाग लेने की तैयारी करेंगे।

हालांकि अभी स्विस ओपन के ड्रॉ में उनका नाम देखा जा सकता है, लेकिन इस ऐलान के बाद उनके स्थान पर किसी अन्य खिलाड़ी को प्रतियोगिता में जगह दी जाएगी। फिलहाल ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में लक्ष्य के शानदार प्रदर्शन के बाद देशभर से उन्हें बधाई संदेश प्राप्त हो रहे हैं जिनका उत्तर भी ये युवा खिलाड़ी सोशल मीडिया पर देते हुए देखा जा सकता है।

लक्ष्य की गैरमौजूदगी में पुरुष एकल में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद श्रीकांत हैं।
लक्ष्य की गैरमौजूदगी में पुरुष एकल में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद श्रीकांत हैं।

स्विस ओपन में लक्ष्य की गैर मौजूदगी में किदाम्बी श्रीकांत पर पुरुष सिंगल्स में भारतीय चुनौती का दारोमदार होगा। वहीं महिला सिंगल्स में पीवी सिंधू , साइना नेहवाल से उम्मीदें होंगी। सिंधू को टूर्नामेंट में दूसरी वरीयता मिली है जबकि श्रीकांत को सातवीं वरीयता मिली है। श्रीकांत, सिंधू जहां बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश में होंगे तो वहीं पिछले 2 सालों से खराब प्रदर्शन से जूझ रहीं साइना नई शुरुआत करना चाहेंगी। साइना नेहवाल ने साल 2011 और 2012 में स्विस ओपन का खिताब जीत चुकी हैं जबकि साल 2015 में श्रीकांत ने पुरुष सिंगल्स का खिताब जीता था। इनके अलावा 2016 में प्रणॉय कुमार और 2018 में समीर वर्मा ने भी पुरुष एकल का फाइनल जीता था और ये दोनों भी इस बार प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं।

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Edited by Prashant Kumar