ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में गुरुवार को भारतीय शटलर्स का प्रदर्शन अच्छा रहा। लक्ष्य सेन ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बने जबकि रियो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट पीवी सिंधू ने आसान जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में एंट्री की। मौजूदा विश्व चैंपियन पीवी सिंधू ने दूसरे दौर के एकतरफा मैच में डेनमार्क की लाइन क्रिस्टोफरसेन को 21-8, 21-8 से करारी शिकस्त दी। अब पीवी सिंधू का क्वार्टर फानल में सामना जापान की तीसरी वरीयता प्राप्त अकाने यामागुची से होगा।
इससे पहले अल्मोड़ा के रहने वाले 19 साल के लक्ष्य सेन ने फ्रांस के थॉमस रूक्सेल को 21-18 21-16 से मात देकर बड़ी उपलब्धि हासिल की। लक्ष्य ने 2019 में पांच खिताब जीते थे, अब उनका सामना नीदरलैंड के मार्क कालजोऊ के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगा। हालांकि, एच एस प्रणय और बी साई प्रणीत को दूसरे दौर में हार का सामना करना पड़ा।
टॉप-10 रैंकिंग में रह चुके प्रणय हालांकि दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी केंटो मोमोटा की बाधा पार नहीं कर सके। जापान का यह खिलाड़ी दुर्घटना के बाद पहला टूर्नामेंट खेल रहा है, जिसके कारण पिछले साल उन्हें आंख की सर्जरी करानी पड़ी थी। भारतीय खिलाड़ी को 48 मिनट तक चले मुकाबले में मोमोटा से 15-21 14-21 से हार मिली। दूसरी तरफ प्रणीत पहला गेम जीतने के बावजूद डेनमार्क के विक्टर एक्सलसेन से 21-15, 12-21, 12-21 से हार गये।
भारत के अन्य शटलर्स का ऐसा रहा प्रदर्शन
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और अश्विनी पोनप्पा की मिक्स्ड डबल्स जोड़ी भी टूर्नामेंट से बाहर हो गई। उन्हें शुरूआती दौर में जापान के युकी कानेको और मिसाकी मातसुटोमो से 19-21 9-21 से हार का सामना करना पड़ा। पूर्व नंबर एक खिलाड़ी साइना नेहवाल को बुधवार को चोट लगने के कारण अपने शुरूआती महिला एकल मैच से हटने के लिये बाध्य होना पड़ा था जबकि चार पुरूष खिलाड़ियों ने दूसरे दौर में प्रवेश किया था।
साइना को दायीं जांघ में परेशानी हो रही थी जिससे उन्होंने बुधवार की रात को डेनमार्क की सातवीं वरीयता प्राप्त मिया ब्लिचफेल्ट के खिलाफ शुरूआती दौर के मैच में रिटायर होने का फैसला किया, तब वह 8-21 4-10 से पिछड़ रही थीं।
पुरूष एकल में समीर वर्मा ने ब्राजील के यगोर कोल्हो को 21-11 21-19 से पराजित किया था। समीर का सामना डेनमार्क के तीसरे वरीय एंडर्स एंटोनसेन से होगा।