भारत की टॉप बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू स्पेन में हो ही मेड्रिड मास्टर्स प्रतियोगिता का खिताब जीतने से चूक गईं। दूसरी सीड सिंधू को महिला सिंगल्स के फाइनल में पांचवी वरीयता प्राप्त इंडोनिशिया की ग्रेगोरिया तुनजुंग ने बेहद आसानी से 21-8, 21-8 से मात दी। दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट सिंधू ग्रेगोरिया के सामने काफी कमजोर नजर आईं और मैच महज 29 मिनट में खत्म हो गया।
विश्व नंबर 12 ग्रेगोरिया ने सेमीफाइनल में पूर्व ओलंपिक चैंपियन कैरोलीना मारिन को हराकर बाहर किया था। ऐसे में माना जा रहा था कि वह सिंधू को कड़ी चुनौती देंगी, लेकिन ग्रेगोरिया ने सिंधू के खिलाफ एकतरफा मुकाबला खेला और सिंधू की ओर से उन्हें किसी प्रकार का अटैक मिला ही नहीं। पहले सेट में एक समय ग्रेगोरिया और सिंधू के बीच 5-4 के स्कोर पर करीबी मामला था लेकिन इसके बाद ग्रेगोरिया की बढ़त को सिंधू रोक नहीं पाईं।
दूसरे सेट में तो सिंधू की हालत और भी खराब दिखी। एक समय वह 3-12 से पीछे थीं और काफी समय बाद सिंधू किसी खिलाड़ी के सामने इतनी बेबस नजर आई्ं। सिंधू की इतनी बुरी हार से कमेंटेटर समेत मैच देखने आए दर्शक और इस भारतीय खिलाड़ी के सभी प्रशंसक भी हैरान हुए।
गौर करने वाली बात यह है कि इस भिडंत से पहले सिंधू और ग्रेगोरिया के बीच कुल 7 मैच हुए थे जहां हर बार सिंधू की जीत हुई। ऐसे में जिस अंदाज में 23 साल की ग्रेगोरिया ने सिंधू को चुनौती देते हुए जीत हासिल की, वह काफी शानदार है।
परिणाम के नजरिए से यह टूर्नामेंट इस सीजन सिंधू का सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंट रहा है। इससे पहले इस साल खेले गए किसी भी टू्र्नामेंट में सिंधू दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पा रही थीं। मलेशिया ओपन, इंडिया ओपन और ऑल इंग्लैंड में तो सिंधू पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गईं, जबकि स्विस ओपन में वह दूसरे दौर में बाहर हुईं। फिलहाल इस साल कोई भी भारतीय खिलाड़ी बैडमिंटन में सिंगल्स खिताब नहीं जीत पाया है।