भारत की टॉप बैडमिंटन खिलाड़ी मेड्रिड मास्टर्स के महिला सिंगल्स फाइनल में पहुंच गई हैं। पिछले तीन महीनों में खराब फॉर्म से जूझ रही सिंधू का यह इस साल का पहला फाइनल होगा। दूसरी वरीयता प्राप्त सिंधू ने सेमीफाइनल में हुए बेहद कड़े मैच में सिंगापुर की यिओ जिया मिन को 24-22, 22-20 से मात दी।
सिंधू और यिओ के बीच करियर की यह तीसरी भिड़ंत थी। मैच के पहले सेट में एक समय सिंधू 15-20 से पीछे थीं, लेकिन दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट सिंधू ने शानदार वापसी कर न सिर्फ 7 सेट पॉइंट बचाए बल्कि सेट भी जीता। इसके बाद दूसरे सेट में सिंधू का खेल काफी थका हुआ दिखा और उन्होंने जल्दबाजी में कई गलतियां की। एक समय सिंधू के पास 11-6 की बढ़त थी, लेकिन यिओ ने वापसी कर स्कोर 14-14 की बराबरी तक पहुंचा दिया।
20-18 से जब सिंधू आगे थीं तो अगले शॉट पर उनको लगा कि यिओ का रिटर्न बाहर जा रहा है और इसे छोड़ वह जीत का जश्न मनाने ही वाली थीं कि लाइन अंपायर ने इसे अंदर करार दिया जिसके बाद सिंधू बेहद निराश दिखीं। यिओ ने स्कोर 20-20 तक लाने में कामयाबी पाई, लेकिन सिंधू ने अगले दो प्वाइंट जीत मैच अपने नाम किया। इस मुकाबले में की गई गलतियों से सिंधू को काफी सबक लेना होगा।
फाइनल में सिंधू का सामना इंडोनिशिया की ग्रोगिरिया तुंजुंग से होगा। पांचवी सीड ग्रोगोरिया ने बड़े उलटफेर में टॉप सीड और पूर्व ओलंपिक चैंपियन स्पेन की कैरोलीना मारिन को 10-21, 21-15, 21-10 से हराया। सिंधू को फाइनल में जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है क्योंकि ग्रेगोरिया के खिलाफ आज तक खेले गए सभी 7 मैचों में वह विजयी हुई हैं। लेकिन जिस अंदाज में ग्रेगोरिया ने फाइनल में जगह बनाई है, सिंधू उसे देखते हुए ग्रेगोरिया को फाइनल में कम आंकने की गलती नहीं कर सकती हैं।