स्विस ओपन बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारतीय सिंगल्स चुनौती समाप्त हो गई है। दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधू, किदाम्बी श्रीकांत और एच एस प्रणॉय को दूसरे दौर के अपने मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा। पुरुष सिंगल्स में मिथुन मंजूनाथ भी दूसरे दौर में हारकर बाहर हुए।
पिछले साल यहां खिताब जीतने वाली चौथी वरीयता प्राप्त पीवी सिंधू को इंडोनिशिया की कुसुमा वर्दानी पुत्री ने तीन सेट तक चले मैच में 21-15, 12-21, 21-18 से मात दी। विश्व नंबर 38 कुसुमा ने एक घंटे तक चले मुकाबले में पूर्व विश्व नंबर 1 सिंधू के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया। सिंधू की हार के साथ ही भारत की महिला सिंगल्स में चुनौती समाप्त हो गई है।
वहीं पिछली बार के उपविजेता और इस बार पांचवी सीड एच एस प्रणॉय को चौंकाने वाली हार मिली। फ्रांस के क्रिस्टो पोपोव ने आसानी से प्रणॉय को 21-8, 21-8 से हराया। दोनों खिलाड़ियों के बीच यह करियर की पहली भिड़ंत थी। साल 2015 में स्विस ओपन का खिताब जीतने वाले किदाम्बी श्रीकांत को भी हार का सामना करना पड़ा। हॉन्ग-कॉन्ग के च्यूक यू ली ने श्रीकांत को दूसरे दौर में 22-20, 21-17 से हराया। भारत के मिथुन मंजूनाथ को पुरुष सिंगल्स के दूसरे दौर में चीनी ताइपे के हाओ चिया ली ने 21-19, 21-10 से हराते हुए जीत दर्ज की।
भारत को दिन की इकलौती जीत पुरुष डबल्स में मिली जहां दूसरी सीड सात्विक साईंराज-चिराग शेट्टी ने चीनी ताइपे के फांग-चीह ली और फेंग-जिन ली की जोड़ी को मात दी। कड़े मैच में भारतीय जोड़ी ने 12-21, 21-17, 28-26 से हराया।
सिंगल्स में खराब प्रदर्शन जारी
भारतीय सिंगल्स बैडमिंटन खिलाड़ियों का प्रदर्शन इस पूरे सीजन अभी तक काफी निराशाजनक रहा है। पीवी सिंधू इस साल ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन, मलेशिया ओपन और इंडिया ओपन के पहले ही दौर से आगे नहीं बढ़ पाईं। इस साल श्रीकांत मलेशिया ओपन, इंडोनिशिया मास्टर्स और इंडिया ओपन के पहले ही दौर में हारकर बाहर हुए थे। ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में भी पिछले हफ्ते श्रीकांत को दूसरे दौर में हार मिली थी। एच एस प्रणॉय भी इस साल मलेशिया ओपन के अलावा किसी प्रतियोगिता में क्वार्टरफाइनल तक नहीं पहुंचे। लक्ष्य सेन पहले ही स्विस ओपन में हारकर बाहर हो गए हैं।