बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप : विश्व चैंपियन जोड़ी को हराकर सात्विक-चिराग ने पक्का किया पदक, सिंधू और प्रणॉय हारकर बाहर

52 सालों के बाद भारत को इस टूर्नामेंट में पुरुष डबल्स का पदक मिलना तय हुआ है।
52 सालों के बाद भारत को इस टूर्नामेंट में पुरुष डबल्स का पदक मिलना तय हुआ है

सात्विक साईंराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप 2023 के पुरुष डबल्स सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं। छठी सीड सात्विक-चिराग की जोड़ी ने दुबई में हो रही प्रतियोगिता के क्वार्टर-फाइनल में तीसरी सीड इंडोनिशिया के मोहम्मद एहसान-हेंद्रा सेतियावान की जोड़ी को 21-11, 21-12 से मात दी। सेमीफाइनल में पहुंचकर भारतीय जोड़ी ने कम से कम कांस्य पदक पक्का कर लिया है। यही नहीं पूरे 52 साल के इंतजार के बाद भारत को एशियाई चैंपियनशिप में पुरुष डबल्स का पदक मिलना तय है।

भारतीय जोड़ी के लिए यह जीत काफी बड़ी है क्योंकि एहसान-सेतियावान की जोड़ी पूर्व विश्व नंबर 1 है और दोनों पुरुष डबल्स में विश्व चैंपियन रह चुके हैं। सेतियावान पूर्व ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट भी हैं, और यही कारण है कि सात्विक-चिराग की जीत बेहद अहम है। सात्विक और चिराग की जोड़ी अब सेमीफाइनल में टोक्यो ओलंपिक की गोल्ड मेडल विजेता ताईवान के ली यैंग-वैंग ची लिन की जोड़ी का सामना करेगी।

भारत के लिए आखिरी बार इस प्रतियोगिता में पुरुष डबल्स का मेडल दीपू घोष और रमन घोष की जोड़ी ने साल 1971 में हासिल किया था। तब इन्हें सिल्वर मेडल प्राप्त हुआ था। साल 1978 में प्रकाश पादुकोण और सैयद मोदी ने जोड़ी बनाते हुए सिल्वर मेडल हासिल किया था लेकिन उस साल यह टूर्नामेंट आधिकारिक रूप से प्रतियोगिता के तौर पर न होकर इन्विटेशनल टूर्नामेंट था। भारत को डबल्स की किसी भी स्पर्धा में आखिरी पदक साल 2014 में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा ने महिला डबल्स में दिलाया था।

लेकिन सिंगल्स में भारत की चुनौती समाप्त हो गई। पुरुष सिंगल्स में आठवीं सीड एच एस प्रणॉय जापान के कांता सुनेयामा के खिलाफ रिटायर हो गए। सुनेयामा 21-11, 13-9 से आगे थे जब प्रणॉय तकलीफ के कारण मैच से हट गए। वहीं महिला सिंगल्स में पीवी सिंधू दूसरी सीड दक्षिण कोरिया की आन सि-यंग के खिलाफ हारकर बाहर हो गईं। सिंधू को आन सि-यंग ने 18-21, 21-5, 21-9 से मात दी। मिक्स्ड डबल्स में रोहन कपूर और सिक्की रेड्डी की जोड़ी भी क्वार्टर-फाइनल में हारकर बाहर हो गई।

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