सात्विक साईंराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने कोरिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष डबल्स का खिताब अपने नाम कर लिया है। तीसरी सीड भारतीय जोड़ी ने रोमांचक मैच में विश्व नंबर 1 इंडोनिशिया के फजर अल्फियान-मुहम्मद अरदियांतो की जोड़ी को हराया। सात्विक-चिराग ने यह मैच 17-21, 21-13, 21-14 से जीता और पहली बार कोरिया ओपन का खिताब हासिल करने में कामयाब रहे। भारतीय जोड़ी का यह इस साल का तीसरा BWF वर्ल्ड टूर टाइटल है।
सात्विक-चिराग की जोड़ी फाइनल मुकाबले के पहले सेट में थोड़ी पिछड़ी दिखी और एक समय विरोधी जोड़ी 19-10 से आगे थी। इसके बाद भारतीय जोड़ी ने वापसी की कोशिश में कुछ अंक कमाए लेकिन इंडोनिशियाई जोड़ी सेट जीत गई। लेकिन इसके बाद के दोनों सेटों में गजब तालमेल के साथ सात्विक-चिराग ने प्रदर्शन किया और जीत सुनिश्चित की।
सात्विक और चिराग की जोड़ी ने इस साल मार्च में स्विस ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीतने में कामयाबी हासिल की। इसके बाद इस भारतीय जोड़ी ने बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप का टाइटल भी अपने नाम किया और इंडोनिशिया ओपन के रूप में अपने करियर का पहला BWF 1000 खिताब हासिल किया। और अब कोरिया ओपन जीतकर अपने खाते में एक और खिताब डाल लिया है।
पिछले साल दोनों की जोड़ी ने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज जीतने के साथ ही कॉमनवेल्थ गेम्स का गोल्ड मेडल हासिल किया था। ऐसे में इस जोड़ी ने पिछले दो सालों में अपने खेल का स्तर काफी ऊंचा कर लिया है।
6 साल बाद विजेता
सात्विक-चिराग ने करियर में पहली बार कोरिया ओपन का खिताब जीता है और यह इस टूर्नामेंट में भारत का पहला डबल्स खिताब है जबकि ओवरऑल दूसरी बार किन्हीं भारतीय खिलाड़ियों को इस प्रतियोगिता में ट्रॉफी उठाने का मौका मिला है। साल 2017 में पीवी सिंधू यहां महिला सिंगल्स चैंपियन बनी थीं।
18 साल बाद डेनमार्क को खिताब
अन्य वर्गों में भी फाइनल मैच रविवार को खेले गए। दक्षिण कोरिया की आन सी यंग ने चौथी सीड चीनी ताइपे की ताई जू यिंग को 21-9, 21-15 से हराकर महिला सिंगल्स का खिताब जीता। पुरुष सिंगल्स में डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसन ने चौथी वरीयता प्राप्त सिंगापुर के लोह कीन यू को हराकर खिताब अपने नाम किया। डेनमार्क के लिए आखिरी बार साल 2005 में पीटर गेड पुरुष सिंगल्स टाइटल जीतने में कामयाब रहे थे। महिला डबल्स में टॉप सीड चीन की चेन किंग चेन-जिया यी फेन की जोड़ी विजयी रही जबकी मिक्स्ड डबल्स में चीन के हुआंग डोंगपिंग-फेंग यान झे को खिताब मिला।