भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत विश्व नंबर 3 खिलाड़ी डेनमार्क के एंडर्स एन्टोनसन पर शानदार जीत दर्ज कर स्विस ओपन बैडमिंटन के सेमीफाइनलमें पहुंच गए हैं। श्रीकांत ने सवा घंटे चले तीन सेट के मैच में एन्टोनसन को मात दी। वहीं एच एस प्रणॉय भी पुरुष एकल के अंतिम 4 में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। पीवी सिंधू महिला सिंगल्स के सेमिफाइनल में पहुंच गई हैं।
रोमांचक मैच में श्रीकांत विजयी
टूर्नामेंट में सातवीं वरीयता प्राप्त श्रीकांत और दूसरी वरीयता प्राप्त एन्टोनसन के बीच पूरा मैच टक्कर का रहा। श्रीकांत ने 21-19, 19-21, 22-20 से मैच जीता। पहले सेट में एक समय श्रीकांत 9-1 से आगे थे, लेकिन एन्टोनसन ने फिर लगातार 10 अंक जीते। दोनों खिलाड़ी इसके बाद बराबरी का गेम खेलते रहे। श्रीकांत को एक गेम प्वाइंट मिला जो उन्होंने जीत लिया। दूसरे सेट में शुरुआत से ही दोनों ने बराबरी का खेल दिखाया और सेट एन्टोनसन ने 19-21 से जीता। निर्णायक सेट में एक समय श्रीकांत 13-9 से पीछे थे। लेकिन उन्होंने वापसी की और 22-20 से सेट के साथ ही मैच भी जीत लिया।2015 में स्विस ओपन पुरुष एकल का खिताब जीतने वाले श्रीकांत सेमीफाइनल में इंडोनिशिया के चौथी वरीयता प्राप्त जॉनाथन क्रिस्टी से भिड़ेंगे।
एक अन्य क्वार्टर-फाइनल में भारत के एच एस प्रणॉय ने हमवतन परुपल्ली कश्यप को 21-16, 21-16 से मात दी। 2016 मे स्विस ओपन जीतने वाले प्रणॉय ने पूरे मैच में दबदबा बनाए रखा और अंतिम 4 में स्थान पक्का किया। अब उनका सामना इंडोनिशिया के एंथोनी जिंटिंग से होगा जिन्होंने भारत के समीर वर्मा को 21-17, 21-14 से मात दी। समीर ने 2018 में खिताब जीता था।
सिंधू की जीत
महिला सिंगल्स में दूसरी वरीयता प्राप्त भारत की पीवी सिंधू ने पांचवी वरीयता प्राप्त कनाडा की मिशेल ली को सिर्फ 36 मिनट चले मैच में 21-10, 21-19 से हरा दिया। पहला सेट जल्द हारने के बाद मिशेल ने दूसरे सेट में सिंधू को चुनौती दी, लेकिन सिंधू ने अपने अनुभव का फायदा उठाया और जीत दर्ज की। सेमिफाइनल में सिंधू थाईलैंड की सुपानिदा केटथॉन्ग का सामना करेंगी। सिंधू अपने पहले स्विस ओपन खिताब की तलाश में हैं।
वहीं महिला डबल्स क्वार्टर-फाइनल में में अश्वनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी की जोड़ी मलेशियाई विवियन हू और लिम सिएन से 22-20, 23-21 से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। इसी के साथ प्रतियोगिता के सभी डबल्स मुकाबलों में भारत की चुनौती भी समाप्त हो गई है।