भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने साल का अपना सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए BWF विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमिफाइनल में प्रवेश कर लिया है। दोनों खिलाड़ियों ने इसके साथ ही अपना 1-1 पदक पक्का कर दिया है। दोनों खिलाड़ियों के बीच अब सेमिफाइनल मुकाबला खेला जाएगा, यानि देश के लिए कम से कम एक रजत पदक और एक कांस्य पदक तो पक्का है। लक्ष्य सेन विश्व चैंपियनशिप का कोई भी पदक अपने नाम करने वाले सबसे युवा पुरुष खिलाड़ी होंगे। लेकिन गत चैंपियन और टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता पीवी सिंधू महिला सिंगल्स के क्वार्टर-फाइनल में दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी ताईवान की ताई जू यिंग से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं। वहीं पुरुष सिंगल्स के एक अन्य क्वार्टर-फाइनल में भारत के एचएस प्रणॉय को इंडोनिशियो के लोह किन यू ने 21-14, 21-12 से हराया।
श्रीकांत की आसान जीत, लक्ष्य ने बहाया पसीना
टूर्नामेंट में 12वीं वरीयता प्राप्त किदाम्बी श्रीकांत ने डच खिलाड़ी मार्क कालजाओ को सीधे सेटों में 21-8, 21-7 से हराया। श्रीकांत को अंतिम 4 में पहुंचने के लिए सिर्फ 26 मिनट लगे। श्रीकांत पहली बार टूर्नामेंट के सेमिफाइनल में पहुंचे हैं। वहीं लक्ष्य सेन ने क्वार्टर-फाइनल में चीन के झाओ जुन पेंग को करीब 1 घंटे चले मैच में 21-15, 15-21, 22-20 से हराया। दोनों खिलाड़ियों ने पूरे मैच में एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी। लक्ष्य ने पिछली बार 2018 में विश्व जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य जीता था और पहली बार विश्व चैंपियनशिप के सेमिफाइनल में पहुंचकर अपना पदक पक्का किया है।
वहीं पीवी सिंधू को विश्व नंबर 1 ताईवान की ताई जू-यिंग के खिलाफ संभलने का मौका नहीं मिला। टोक्यो ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट यिंग ने सिंधू को 21-17, 21-13 से मात दी। सिंधू अभी तक विश्व चैंपियनशिप में 1 गोल्ड, 2 सिल्वर और 2 कांस्य जीत चुकी हैं। फैंस को उम्मीद थी कि इस बार सिंधू अपना खिताब बचाने में कामयाब होंगी, ऐसे में फैंस समेत सिंधू को भी खासी निराशा हुई है।
भारत को पुरुष सिंगल्स में मिलेंगे 2 नए मेडलिस्ट
भारत के लिए पहली बार पुरुष सिंगल्स में 1983 में प्रकाश पादुकोण ने विश्व चैंपियनशिप का ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था, इसके बाद 2019 में साईं प्रणीत ने कांस्य पदक जीता। अब पुरुष सिंगल्स में एक ही टूर्नामेंट में 2 पदक भारत के खाते में पहली बार आएंगे। दोनों खिलाड़ी अब सेमिफाइनल में आमने-सामने होंगे। साथ ही पुरुष सिंगल्स में पहली बार भारत की ओर से कोई खिलाड़ी फाइनल में पहुंचेगा।