ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के महिला डबल्स सेमीफाइनल में भारत की ट्रीसा-जॉली और गायत्री-गोपीचंद की जोड़ी हारकर बाहर हो गई। ट्रीसा-गायत्री की युवा भारतीय जोड़ी को चीन की झांग शु जियान-झेंग यू ने सीधे सेटों में 21-17, 21-16 से हराया। करीब 51 मिनट चले मुकाबले में भारतीय जोड़ी ने बेहतरीन चुनौती दी, लेकिन चीन की जोड़ी भारी पड़ी।
ट्रीसा और गायत्री ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अंतिम 4 तक का सफर तय किया था और उन्हें कांस्य पदक दिया जाएगा। ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली ट्रीसा-गायत्री की जोड़ी पहली भारतीय डबल्स जोड़ी थी।
वर्ल्ड टूर चैंपियन से हारीं विश्व नंबर 1
महिला सिंगल्स के पहले सेमीफाइनल में वर्ल्ड टूर चैंपियन दक्षिण कोरिया की आन सि-यंग ने विश्व नंबर 1 ताइपे की ताई जू यिंग को 21-19, 21-13 से मात देते हुए अपने पहले ऑल इंग्लैंड फाइनल में जगह बनाई। यिंग तीन बार ऑल इंग्लैंड का खिताब जीत चुकी हैं लेकिन युवा खिलाड़ी सि-यंग ने अपने बेहतरीन अटैक और स्मैश के आगे यिंग को टिकने नहीं दिया। फाइनल में यिंग का सामना मौजूदा विश्व चैंपियन जापान की अकाने यामागूची से होगा। दूसरी वरीयता प्राप्त यामागूची ने तीसरी वरीयता प्राप्त चीन की चेन यू फेई को आसानी से 21-11, 21-13 से मात दी और अपने दूसरे महिला सिंगल्स फाइनल में जगह बनाई। यामागूची इससे पहले साल 2018 में फाइनल में पहुंची थीं जहां उन्हें ताई जू यिंग ने हराया था। ऐसे में इस बार यामागूची पहले ऑल इंग्लैंड खिताब को जीतने की कोशिश करेंगी।
20 साल की आन सि-यंग और यामागूची के बीच आज तक कुल 10 बार आमना-सामना हो चुका है। यामागूची ने 6 बार बाजी मारी है जबकि 4 बार यंग ने जीत दर्ज की है। ऐसे में यंग यामागूची के खेल को अच्छे से जानती हैं और उन्हें कड़ी चुनौती देकर खिताब भी जीत सकती हैं।