गत पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियन मानसी जोशी ने कहा कि देश में कई लोगों ने पैरा बैडमिंटन में अपना करियर बनाने के बारे में सोचना शुरू कर दिया है। मानसी जोशी ने अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में बातचीत की और अपना दृष्टिकोण भी साझा किया। भारतीय पैडलर मुदित दानी के ऑनलाइन टॉक शो 'इन द स्पोर्टलाइट' में बातचीत के दौरान मानसी जोशी ने कहा कि वह इस खेल को ऊंचाइयों तक लेकर जाना चाहती हैं।
मानसी जोशी ने कहा, '2015 से पैरा बैडमिंटन उठा और क्षमतावान शरीर वाले बैडमिंटन लोगों को भी यह पसंद आ रहा है। हमारे देश में यह दूसरा सबसे पसंदीदा खेल है। मैं देख रही हूं कि लोगों ने पैरा बैडमिंटन को करियर बनाने के बारे में सोचना शुरू कर दिया है। मुझे दिख रहा है कि अगले पांच सालों में ज्यादा से ज्यादा लोग पैरा स्पोर्ट्स में अपना करियर बनाते दिखेंगे। लोग इसे उच्च स्तर तक लेकर जाना चाहेंगे।'
2014 में पेशेवर रूप से बैडमिंटन खेलना शुरू करने वाली मानसी जोशी पिछले दो सालों से गोपीचंद के निगरानी में ट्रेनिंग कर रही हैं। मानसी जोशी की कोशिश दिव्यांगता के प्रति देश के लोगों की मानसिकता को बदलने की है। मानसी जोशी ने कहा, 'बैडमिंटन के बाद मैं उस स्क्रिप्ट का हिस्सा बनना चाहूंगी, तो भारत में दिव्यांगता के प्रति लोगों का नजरिया बदले। मैं भविष्य की पीढ़ी के लिए इसे बेहतर बनाना चाहती हूं।'
मानसी जोशी अपने अनुभव का लाभ उठाना चाहती हैं
मानसी जोशी ने कहा कि वह आगे भी खेल से जुड़ी रहेंगी ताकि लोगों को जागरूक कर सके और युवाओं को ट्रेनिंग दे सकें। मानसी जोशी ने कहा, 'मैं भविष्य में भी अपने आप को खेल में शामिल पाउंगी क्योंकि मैंने जो अनुभव हासिल किया है, उसका पूरा उपयोग करके युवाओं को ट्रेनिंग देना चाहूंगी। मैं चाहूंगी कि लोग मेरे द्वारा हासिल किए अनुभव का लाभ उठाएं।'
ओलंपिक मेडल विजेता कोच गोपीचंद ने मानसी जोशी की तकनीकी और फुर्ति शैली में सुधार कराया है। मानसी जोशी का मानना है कि गोपीचंद के साथ ट्रेनिंग शुरू करने से उन्हें विश्वास हुआ कि वह बेहतर खिलाड़ी हैं।
मानसी जोशी ने कहा, 'गोपीचंद हमेशा सलाह देते हैं कि जोर लगाओ और काम करते रहो। जब आप मैच या टूर्नामेंट के लिए बाहर हो तो सबसे महत्वपूर्ण सलाह आपको कोच से ही मिलती है। गोपी सर छोटी चीजों पर भी ध्यान देते हैं और मुझे सर्वश्रेष्ठ से तकनीकी चीजें सीखने को मिल रही हैं।' मानसी जोशी अपने शानदार करियर के लिए गोपीचंद को प्रेरणा मानती हैं।