जर्मन ओपन सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट की शुरुआत 8 मार्च से होने जा रही है। इस प्रतिष्ठित बैडमिंटन टूर्नामेंट में दुनिया के टॉप बैडमिंटन खिलाड़ी शिरकत करते नजर आएंगे। ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सलसन, केन्तो मोमोता, ताई यू जिंग जैसे टॉप खिलाड़ियों के साथ ही भारत के सर्वोच्च बैडमिंटन खिलाड़ी - किदाम्बी श्रीकांत, लक्ष्य सेन, साइना नेहवाल, पीवी सिंधू भी इस प्रतियोगिता में भाग लेंगे। 13 मार्च तक चलने वाली इस प्रतियोगिता को 16 मार्च से शुरु हो रही ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।
खिताब की तलाश में भारत
1955 में पहली बार इस टूर्नामेंट को खेला गया था। तब से केवल तीन मौकों पर ये प्रतियोगिता आयोजित नहीं हो पाई है। टूर्नामेंट के इतिहास में भारत की ओर से इकलौता खिताब 2014 में पुरुष सिंगल्स में अरविंद भट्ट ने जीता था। महिला सिंगल्स में पीवी सिंधू और साइना नेहवाल भारतीय चुनौती पेश करेंगी। पहले राउंड में सातवीं वरीयता प्राप्त सिंधू का सामना थाईलैंड की बुसानन ओंगबामरंगफैन से होगा। सिंधू आखिरी बार बुसानन से पिछले साल अक्टूबर में डेनमार्क ओपन में भिड़ी थीं जहां एक संघर्षपूर्ण मुकाबले में उन्हें जीत मिली थी। वहीं लगातार चोट और खराब फॉर्म से जूझ रही साइना पहले दौर में सिंगापुर की यिओ जिया मिन का सामना करेंगी। 23 साल की यिओ काफी बेहतरीन खिलाड़ी हैं और साइना को कड़ी चुनौती दे सकती हैं।
पुरुष सिंगल्स में भारत की ओर से विश्व चैंपियनशिप सिल्वर मेडलिस्ट किदाम्बी श्रीकांत, लक्ष्य सेन, एचएस प्रणॉय और परुपल्ली कश्यप खेलते नजर आएंगे।आठवीं वरीयता प्राप्त श्रीकांत का सामना पहले दौर में फ्रांस के ब्राइज लेवरडेज से होगा। अपने अच्छे प्रदर्शन से पिछले कुछ महीनों में सभी का ध्यान आकर्षित करने वाले विश्व चैंपियनशिप ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लक्ष्य सेन थाईलैंड के कंताफोन वांगचारोएन का सामना करेंगे। एचएस प्रणॉय को मुश्किल मैच मिला है और वो पहले दौर में हॉन्ग कॉन्ग के विश्व नंबर 10 का लोंग एंगस से भिड़ेंगे। वहीं पी कश्यप विश्व नंबर 20 थाईलैंड के कुनलावुत वितिदसर्न से भिड़ेंगे।
डबल्स में भी चुनौती
पुरुष डबल्स में स्वास्तिकराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी को तीसरी वरीयता मिली है और पहले दौर में ये चीन के लियु यु चेन-ओउ युवान यी का सामना करेंगे। इनके अलावा कृष्ण प्रसाद गर्ग और विष्णुवर्धन पंजल की जोड़ी को भी मेन ड्रॉ में जगह दी गई है। एम आर अर्जुन और ध्रुव कपिला भी पुरुष डबल्स में भारत का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे। महिला डबल्स मे अश्विनी पोनप्पा-एन सिक्की रेड्डी भारत की अगुवाई करेंगी। इनके अलावा आश्ना रॉय-एम एच हरिता और त्रीसा जॉली-गायत्री गोपीचंद की जोड़ियां भी भाग लेंगी। मिक्स्ड डबल्स में साईं प्रतीक-एन सिक्की रेड्डी और ईशान भटनागर-तनीषा क्रास्टो के रूप में दो जोड़िया भाग लेंगी।
जर्मन ओपन में इस बार लगभग सभी टॉप खिलाड़ी भाग ले रहे हैं क्योंकि इस टूर्नामेंट के ठीक बाद इंग्लैंड में ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप होनी है। ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।