भारत की बैडमिंटन विश्व चैंपियन पीवी सिंधू ने इस साल प्रतिस्पर्धी एक्शन में लौटने का फैसला नहीं किया है, लेकिन महामारी के कारण लंबे समय से कोर्ट पर गैरमौजूदगी से उनकी ओलंपिक्स तैयारियों पर कोई असर नहीं पड़ा है।
रियो ओलंपिक्स की सिल्वर मेडलिस्ट पीवी सिंधू ने मौजूदा डेनमार्क ओपन से अपना नाम वापस लिया जबकि कोविड-19 महामारी के कारण इससे अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन की सात महीने बाद वापसी हुई। पीवी सिंधू अब अगले साल कोर्ट में वापसी करेंगी जब जनवरी में एशिया में टूर शुरू होंगे।
25 साल की पीवी सिंधू ने चार महीने के अंतराल के बाद अगस्त में हैदराबाद में नेशनल कैंप में ट्रेनिंग शुरू की थी। पीवी सिंधू अब एशिया ओपन 1 (12-17 जनवरी) और एशिया ओपन 2 (19-24 जनवरी) में हिस्सा लेंगी। पीवी सिंधू का मानना है कि टॉप-10 में उनके चैलेंजर्स ने अच्छी तरह आराम कर लिया होगा।
विश्व नंबर-7 पीवी सिंधू ने रॉयटर्स से बातचीत करते हुए कहा, 'मुझे बैडमिंटन खेलने की कमी खल रही है। मगर मैं घर में रोजाना ट्रेनिंग कर रही हूं तो मैं अच्छे आकार में हूं। जब मैं दोबारा खेलना शुरू करूंगी तो लय में लौटने में एक या दो सप्ताह का समय लगेगा, लेकिन मैं ठीक हूं। मैं फिट हूं। मैं टूर्नामेंट के शुरू होने का इंतजार कर रही हूं। बिना प्रतिस्पर्धी एक्शन के सात महीने बीत चुके हैं। अब अलग तरह का खेल होगा और चुनौतीपूर्ण भी क्योंकि हर किसी ने अपने खेल में सुधार किया होगा।'
पीवी सिंधू अपने आप को इस तरह रख रही हैं व्यस्त
पीवी सिंधू ने आगे कहा, 'यह कहना आसान नहीं कि सिर्फ एक या दो ही मजबूत खिलाड़ी होंगी, जिससे कड़ी फाइट होगी। ओलंपिक्स में हर कोई चुनौतीपूर्ण होगा। सभी शटलर अपने शीर्ष फॉर्म में रहेंगे। दुनिया के शीर्ष 10 एक जैसे स्तर के हैं तो सभी से कड़ी चुनौती मिलना तय है।' पीवी सिंधू ने आखिरी टूर्नामेंट मार्च में खेला था, जब उन्होंने ऑल इंग्लैंड ओपन में हिस्सा लिया था।
पीवी सिंधू पेंटिंग और कुकिंग करके लॉकडाउन में समय व्यतीत कर रही हैं। पीवी सिंधू ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक्स से पहले उनका कार्यक्रम तय नहीं है। पीवी सिंधू ने कहा, 'मैं सकारात्मक हूं और अभ्यास कर रही हूं तो मुझे उम्मीद है कि सबकुछ सही होगा। मैं थोड़ा निराश थी, लेकिन ठीक है। पूरी दुनिया ठहर गई थी और महत्वपूर्ण है कि अपना ख्याल रखा जाए। जिंदगी पहले आती है।'