विश्व चैंपियन पीवी सिंधू सहित 3 बैडमिंटन खिलाड़ियों ने शुक्रवार को सख्त सुरक्षा प्रोटोकॉल के अंतर्गत हैदराबाद में साई पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन एकेडमी में ट्रेनिंग शुरू की। कोरोना वायरस के कारण पीवी सिंधू सहित भारतीय शटलर्स चार महीने से ब्रेक पर थे। अब यह सूखा समाप्त हो चुका है। भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने 1 अगस्त को तेलंगाना सरकार की स्वीकृति के बाद 8 ओलंपिक आशाओं के लिए राष्ट्रीय बैडमिंटन शिविर को फिर से शुरू करने का फैसला किया।
प्रमुख राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने कहा, 'मैं बहुत खुश हूं कि हमारे एलीट शटलर्स लंबे ब्रेक के बाद दोबारा कोर्ट पर आ गए हैं। हम सुरक्षित वातावरण में प्रशिक्षण फिर से शुरू करने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित हैं।'
ओलंपिक में 8 आशाओं में लंदन ओलंपिक्स की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साइना नेहवाल, पूर्व विश्व नंबर-1 किदांबी श्रीकांत, महिलाओं की युगल खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा और पुरुष युगल जोड़ी चिराग शेट्टी व सात्विकसाईराज भी शामिल हैं। हैदराबाद में रहने वाली साइना नेहवाल ने हालाँकि शुक्रवार को ट्रेनिंग नहीं की जबकि अन्य बैडमिंटन खिलाड़ी जो मार्च में अपने-अपने घर लौट गए थे, उनका शहर में लौटकर आना बचा है।
पीवी सिंधू से हुआ ट्रेनिंग का शुभारंभ
बता दें कि रियो ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट पीवी सिंधू ने शुक्रवार को सबसे पहले ट्रेनिंग की। पीवी सिंधू ने कोच गोपीचंद व विदेशी कोच पार्क ताए-सांग के साथ अलग से अभ्यास किया। पीवी सिंधू के पिता पीवी रमाना ने पीटीआई से बातचीत में कहा, 'मेरी बेटी पीवी सिंधू ने सुबह 6:30 से 8:30 बजे तक ट्रेनिंग की। गोपीचंद और पार्क भी वहां मौजूद थे। इस सप्ताह पीवी सिंधू रोजाना इसी समय अभ्यास करेगी। फिर पीवी सिंधू शाम को चपलता और धीरज के लिए अपनी फिटनेस ट्रेनिंग सुचित्रा एकेडमी में करेंगी। पीवी सिंधू पहले घर में ट्रेनिंग कर रही थीं, इसलिए उसका शरीर अच्छे आकार में है, लेकिन अक्टूबर तक कोई टूर्नामेंट नहीं है। ऐसे में पीवी सिंधू आराम करते हुए ट्रेनिंग कर सकती है। पीवी सिंधू को ज्यादा थकने की कोई जरूरत नहीं है। हमें इसके लिए सतर्क रहना होगा।'
पीवी सिंधू के बाद प्रणीत और सिक्की ने दिखाया दम
बता दें कि पीवी सिंधू के बाद बी साई प्रणीत और सिक्की ने सुबह 8:30 से 10:30 बजे तक अभ्यास किया। दुनिया के नंबर-13 शटलर प्रणीत ने कहा, 'लंबे समय बाद ट्रेनिंग में लौटकर अच्छा लगा। गोपी सर और नए कोच एगुस ड्वी सांतोसो और कुछ फीडर्स वहां थे। सभी प्रोटोकॉल्स जैसे सैनिटाइजिंग, थर्मल गन और ऑक्सीमीटर एक स्थान पर थे।' भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी कोरोना वायरस महामारी के चलते मार्च में अपने-अपने घर लौट गए थे। कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में बैडमिंटन सहित सभी खेल गतिविधियां ठप्प पड़ चुकी हैं। वैश्विक स्तर पर भी खेल गतिविधियां शुरू नहीं हो सकी हैं। टोक्यो ओलंपिक्स भी अगले साल के लिए आगे बढ़ा दिया गया है।
भारतीय बैडमिंटन संघ ने इससे पहले 1 जुलाई से हैदराबाद में राष्ट्रीय शिविर आयोजित कराने की योजना बनाई थी, लेकिन राज्य सरकार से उसे हरी झंडी नहीं मिली थी। बता दें कि राज्य सरकार के निर्देशों को ध्यान रखते हुए ट्रेनिंग का आयोजन किया गया, जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों और साई के एसओपी का भी ध्यान रखा गया। बता दें कि बीडब्ल्यूएफ ने कोरोना वायरस महामारी के कारण कई टूर्नामेंट रद्द कर दिए हैं। शासकीय ईकाई ने मई में दोबारा अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर पर विचार किया, लेकिन कोई टूर्नामेंट आयोजित कराने की संभावना नहीं बन सकी।