टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट और भारत की नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू वर्ल्ड बैडमिंटन टूर के फाइनल में पहुंच गई हैं, लेकिन भारत के लक्ष्य सेन सेमीफाइनल में डेनमार्क के विक्टर एक्सलसन से हार गए। सिंधू ने सेमीफाइनल में जापान की अकाने यामागूची को कड़े मुकाबले में 21-15, 15-21, 21-19 से हराया। सिंधू इस साल एक भी टूर्नामेंट नहीं जीत पाई हैं, ऐसे में उनसे फैंस को काफी उम्मीदे हैं। फाइनल में सिंधू का सामना दक्षिण कोरिया की आन सियंग से होगा जिन्होंने थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवांग को 25-23, 21-17 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। सिंधू 2018 में वर्ल्ड टूर फाइनल का महिला सिंगल्स खिताब जीत चुकी हैं।
कड़े मुकाबले में मिली जीत
सिंधू राउंड रॉबिन में अपने पूल में दूसरे नंबर पर रही थीं जबकि यामागूची अपने पूल में टॉप पर थीं। विश्व की नंबर 3 खिलाड़ी यामागूची और नंबर 7 खिलाड़ी सिंधू के बीच रोमांचक मुकाबला होने की उम्मीद थी, और हुआ भी ऐसा ही। करीब सवा घंटे चले मुकाबले में सिंधू ने पहला सेट 21-15 से अपने नाम किया, जबकि दूसरे सेट में बेहतरीन अटैक के जरिए यामागूची ने बाजी मारी। तीसरे सेट में यामागूची ने कुछ बेहतरीन नेट ड्रॉप सेट लगाए, और एक समय यामागूची 19-18 से आगे थीं, लेकिन आखिरकार सिंध ने बाजी मारी और सेट और मैच अपने नाम किया।अब फाइनल में सिंधू विश्व नंबर 6 दक्षिण कोरिया की आन सियुंग के सामने होंगी जिन्होंने पिछले तीन हफ्तों में दो खिताब जीते हैं। ऐसे में सिंधू पर सियंग की जीत की लय तोड़ने का दबाव होगा।
वहीं पुरुष सिंगल्स के सेमीफाइनल में युवा भारतीय खिलाड़ी लक्ष्य सेन को ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट एकस्लसन के खिलाफ 21-13, 21-11 से हार का सामना करना पड़ा। सेन पहली बार वर्ल्ड टूर फाइनल के नॉकआउट दौर तक पहुंचे, और इस युवा खिलाड़ी के लिए यह भी एक बड़ी उपलब्धि है। पुरुष सिंगल्स के फाइनल में एक्सलसन का सामना थाईलैंड के कुनलावुत वितिदसर्न से होगा।