ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट पीवी सिंधू को आसान ड्रॉ मिला जबकि साइना नेहवाल की डगर कठिन होगी, दोनों भारतीय शटलर्स थाईलैंड में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की वापसी में हिस्सा लेंगी। कोविड-19 महामारी के कारण करीब 10 महीने बाद अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन की वापसी हो रही है। पीवी सिंधू और साइना नेहवाल दोनों ने डेनमार्क सुपर 750 और सारलोरलक्स सुपर 100 में हिस्सा नहीं लिया था। बीडब्ल्यूएफ ने मार्च में ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप्स के बाद शेष टूर्नामेंट निलंबित किए थे। फिर अक्टूबर-नवंबर में इन दो टूर्नामेंट की मेजबानी की।
अब सभी की आंखें दो सुपर 1000 इवेंट्स - योनेक्स थाईलैंड ओपन (12-17 जनवरी) और टोयोटा थाईलैंड ओपन (19-24 जनवरी) पर लगी हैं क्योंकि दुनिया का बेस्ट एक्शन लंबे ब्रेक के बाद लौट रहा है। विश्व चैंपियन पीवी सिंधू को छठी वरीयता मिली है। पीवी सिंधू अपने अभियान की शुरूआत डेनमार्क की मिया ब्लिचफेट के खिलाफ करेंगी। वहीं कोविड-19 से हाल ही में ठीक होने वाली साइना नेहवाल का सामना पहले राउंड में तीसरी वरीय जापान की नोजोमी ओकुहरा से होगा।
पीवी सिंधू को दोनों टूर्नामेंट्स में एक ही वरीयता
टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई कर चुकी और पिछले दो महीने में लंदन में ट्रेनिंग कर रही पीवी सिंधू का अगले टूर्नामेंट में मुकाबला थाईलैंड की बुसानन ओंगबमरांगफन से शुरूआती राउंड में होगा। वहीं लंदन ओलंपिक्स की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साइना नेहवाल चौथी वरीय थाई स्टार रत्चानोक इंतानोन से भिड़ेंगी। विश्व बैडमिंटन संघ (बीडब्ल्यूएफ) ने मंगलवार को ड्रॉ की घोषणा की, जिसमें 25 साल की पीवी सिंधू को दोनों ही टूर्नामेंट्स में छठी वरीयता दी गई है।
वहीं पुरुष सिंगल्स में कुल सात भारतीय शटलर्स दोनों इवेंट्स में हिस्सा लेंगे। थाईलैंड इवेंट में किदंबी श्रीकांत का पहले राउंड में सामने हमवतन सौरभ वर्मा से होगा। प्रणीत का मुकाबला स्थानीय खिलाड़ी कांटाफन वांगचारोन से होगा। एसएस प्रणॉय का मलेशिया के ली जि जिया जबकि पारुपल्ली कश्यप का सामना जापान के केंता निशिमोतो से होगा।
बता दें कि थाईलैंड इस समय लोकतंत्र समर्थक आंदोलन से निपट रहा है और हाल ही में वहां कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, बीडब्ल्यूएफ ने कहा, 'योनेक्स थाईलैंड ओपन और टोयोटा थाईलैंड ओपन तथा सीजन के अंत में एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स योजना के मुताबिक खेले जाएंगे, जिसमें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शटलर्स बैंकॉक पहुंचेंगे।' चीनी बैडमिंटन एसोसिएशन (सीबीए) ने पुष्टि की है कि उनकी टीम दोनों टूर्नामेंट्स से अपना नाम वापस लेती है।