गत विश्व चैंपियन पीवी सिंधू ने अक्टूबर 2020 में डेनमार्क में होने वाले थॉमस और उबर कप में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। पीवी सिंधू ने इस टूर्नामेंट में शिरकत नहीं करने के पीछे निजी कारण का हवाला दिया है। पीवी सिंधू के पिता पीवी रमन्ना ने एक टीवी चैनल को बताया कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में उनका कोई महत्वपूर्ण निजी काम है। पीवी सिंधू के पिता ने कहा, 'अक्टूबर के पहले सप्ताह में हैदराबाद में हमारा कुछ निजी काम है। हमारी कुछ पूजा है, जिसमें पीवी सिंधू का रहना बहुत जरूरी है। यही उनके हटने की प्रमुख वजह है।'
यह पूछने पर कि टूर्नामेंट से हटने के पीछे मौजूदा कोविड-19 के डर का कोई संबंध है, तो रमन्ना ने कहा कि पीवी सिंधू के कोविड महत्वपूर्ण मामला नहीं है। पीवी रमन्ना ने कहा, 'अगर पूरी टीम खेलने जा रही है तो फिर पीवी सिंधू को भी जाना होता। कोविड-19 महामारी हमारे लिए महत्वपूर्ण विषय नहीं है। थॉमस और उबर कप के बाद हम पीवी सिंधू के नाम की एंट्री भेजेंगे। अगर स्थिति ठीक रही तो पीवी सिंधू अन्य टूर्नामेंट में भी शिरकत करेंगी।'
थॉमस और उबर कप में भारतीय बैडमिंटन टीम के हिस्सा लेने पर नतीजा आना बाकी है। इस समय साई और बीएआई की बैठक जारी है, जो जल्द ही इस मामले में फैसला सुनाएंगे। वैसे कोविड-19 महामारी के कारण चीनी ताइपे ने भी टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया है।
बता दें कि 3-11 अक्टूबर 2020 तक होने वाले थॉमस और उबर कप से लाइव बैडमिंटन की करीब सात महीने के लंबे ब्रेक के बाद वापसी होगी। कोरोना वायरस महामारी से पहले मार्च में ऑल इंग्लैंड टूर्नामेंट आयोजित हुआ था।
पीवी सिंधू कर रही थी जमकर अभ्यास
बता दें कि पीवी सिंधू ने पिछले महीने नेशनल कैंप की शुरूआत से ट्रेनिंग हासिल करना शुरू की। ओलंपिक आशा के आठ लोगों के लिए हैदराबाद में गोपीचंद एकेडमी में पीवी सिंधू अभ्यास कर रही थीं। बता दें कि पीवी सिंधू ने हाल ही में बताया था कि उनके करियर में सबसे प्रेरणादायी व्यक्ति कौन है।
इंस्टाग्राम पर बातचीत करते हुए पीवी सिंधू ने कहा था, 'मेरे पिता ने मुझे स्पोर्ट्स में करियर बनाने के लिए प्रेरणा दी।' भारतीय शटलर ने कहा कि उनके पिता ने कभी उनकी पसंद के बारे में नहीं पूछा, जिसके चलते वह बेहतर प्रदर्शन करने को सशक्त हुईं। 25 साल की पीवी सिंधू ने कहा कि वह एक डॉक्टर बनना चाहती थीं, लेकिन अब उन्हें लगता है कि बैडमिंटन ज्यादा बेहतर विकल्प है।
पीवी सिंधू की कहा कि लंबे समय बाद वह ट्रेनिंग पर लौटी हैं और उन्हें काफी अच्छा महसूस हो रहा है। याद हो कि रियो ओलंपिक में पीवी सिंधू ने सिल्वर मेडल जीता था और अब टोक्यो ओलंपिक में वह इसे गोल्ड में तब्दील करना चाहेंगी। इसके लिए उन्हें विश्व चैंपियनशिप के गोल्ड मेडल से काफी प्रोत्साहन मिलेगा।