भारत की शीर्ष शटलर्स पीवी सिंधू और साइना नेहवाल कोरोना वायरस महामारी के बाद पहली बार एक्शन में नजर आएंगी जब वो प्रतिष्ठित बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स सहित बैंकॉक में आगामी तीन टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेंगी। ओलंपिक क्वालीफिकेशन का ध्यान रखते हुए भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) ने जनवरी में होने वाले आगामी तीन टूर्नामेंट्स के लिए मजबूत आठ सदस्यीय स्क्वाड की घोषणा की है।
ओलंपिक आशा शटलर्स साइना नेहवाल, पीवी सिंधू, बी साई प्रणीत, किदंबी श्रीकांत, सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी, चिराग शेट्टी, अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी को टीम में जगह मिली है, जो अपने अभियान की शुरूआत 12-17 जनवरी तक होने वाले योनेक्स थाईलैंड ओपन से करेंगे।
इसके बाद (19-24 जनवरी) टोयोटा थाईलैंड ओपन और प्रतिष्ठित एचएसबीसी बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर फाइनल्स होगा, जो दोबारा तय करके 27-31 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। मार्च में कोरोना वायरस महामारी के कारण खेल जगत के अधिकांश टूर्नामेंट स्थगित हुए या रद्द हो गए। यह पहला मौका है जब किदंबी श्रीकांत के अलावा शीर्ष भारतीय खिलाड़ी किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे।
बैडमिंटन की वापसी से खुश हैं पीवी सिंधू सहित भारतीय शटलर्स
पूर्व विश्व नंबर-1 किदंबी श्रीकांत ने इस साल अक्टूबर में डेनमार्क ओपन में हिस्सा लेकर वापसी की थी। बाई महासचिव अजय सिंघानिया ने कहा, 'हम यह देखकर बहुत खुश हैं कि आखिरकार कोर्ट पर बैडमिंटन की वापसी हो रही है। इससे हमें उम्मीद मिली है कि टूर्नामेंट निकट भविष्य में धीरे ही सही वापसी कर सकता है। हमारे अधिकांश खिलाड़ियों ने पिछले 7-8 महीनों से कोई टूर्नामेंट नहीं खेला है। हालांकि, शिविर में उन्होंने अपनी क्षमता के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ ट्रेनिंग हासिल की।
इन टूर्नामेंट्स में पूरी ताकत वाली टीम भेजने के पीछे का मकसद यह है कि खिलाड़ियों को ओलंपिक क्वालीफायर्स से पहले टूर्नामेंट खेलने की प्रैक्टिस मिल जाए।' भारतीय बैडमिंटन टीम को सिंगल्स के विदेशी को अगुस ड्वी सांतोसो और पार्क ताए सांग व डबल्स कोच ड्वी क्रिस्टियावान का साथ मिलेगा। इसके अलावा सपोर्ट स्टाफ से किरन चल्लागुंड्ला, जॉनसन, एवानजेलिना बादाम और एम श्रीकांत का साथ मिलेगा।
पता हो कि ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट और मौजूदा विश्व चैंपियन पीवी सिंधू ने पहले ही टोक्यो गेम्स में भारत के लिए कोटा पक्का कर रखा है। कोरोना वायरस महामारी के कारण टोक्यो गेम्स एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया। याद हो कि पीवी सिंधू अक्टूबर में शरीर का विश्लेषण और न्यूट्रीशन के लिए लंदन गई थीं। पीवी सिंधू अपनी सर्वश्रेष्ठ लय में लौटने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं।