पीवी सिंधु ने ओलंपिक्स में बैडमिंटन के फाइनल में पहुंचकर पहले ही इतिहास रच दिया है। वह ओलंपिक्स में बैडमिंटन के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय शटलर बन गई हैं। क्या वह फाइनल में भी शानदार प्रदर्शन करके 2016 रियो ओलंपिक्स में स्वर्ण पदक जीतेंगी? क्या वह भारत की पहली महिला एथलीट और अभिनव बिंद्रा के बाद दूसरी खिलाड़ी बन पाएंगी जो स्वर्ण पदक जीतेंगी? अगर वैज्ञानिक ज्योतिषी की बात पर गौर करें तो सिंधु को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ेगा। जी हां, मशहूर वैज्ञानिक ज्योतिषी ग्रीनस्टन लोबो ने भविष्यवाणी की है कि पीवी सिंधु फाइनल में स्पेन के कैरोलिना मरीन को हराने में नाकामयाब रहेंगी और उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ेगा। लोबो ने बताया, 'सिंधु की कुंडली अच्छी जो बैडमिंटन खेलने के लिए बनी है। उनके तीसरे घर में प्लूटो है जो हाथ पर राज करता है। प्लूटो ब्रह्मांड में सबसे शक्तिशाली ग्रह है और यहां वह वृश्चिक में अपने घर में है, ऐसा 300 वर्ष में सिर्फ एक बार होता है, और इसी वजह से उनकी कुंडली बहुत विशेष है। इसके साथ ही सिंधु की उमंग में दूसरा सबसे शक्तिशाली प्लेनेट - 'X'(2007 RH283) और प्लेनेट - 'Y'(1999 JV127) अपने कन्या राशी के घर में है और इसी वजह से पुसालरा यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली महिला शटलर बनी हैं। तीन वर्ष पहले लोबो ने भविष्यवाणी की थी कि पीवी सिंधु रियो ओलंपिक्स में पदक जीतेंगी और वह बिलकुल सही निकला था। उसका स्क्रीनशॉट नीचे दिया गया है। तो क्या वह कैरोलिना मरीन को हराकर स्वर्ण पदक जीत पाएंगी? लोबो के मुताबिक सिंधु के स्वर्ण पदक जीतने के लिए अरबों लोग प्रार्थना करेंगे, लेकिन इस बार उन्हें अपनी उम्मीद थोड़ा कम कर देना चाहिए। उन्होंने कहा, 'सिंधु की कुंडली तो अच्छी है, लेकिन स्पेनिश शटलर मरीन की कुंडली ज्यादा बेहतर है। मरीन भी प्लूटो के साथ जन्मी और उनका प्लेनेट - 'X' उमंग में है। उनका अपने घर में चिरोन जबकि सिंधु का प्लेनेट - 'Y'है। यह छोटा सा फर्क है लेकिन बड़ा प्रभाव छोड़ सकता है। स्पष्ट तौर पर बात की जाए तो सिंधु के तीन सितारे बलवान है जबकि मरीन के चार हैं। इसलिए मरीन का पलड़ा भारी है। विश्व की नंबर-1 शटलर का जन्म 1993 में हुआ जबकि सिंधु का जन्म 1995 में हुआ। ज्योतिषी कार्यक्रम के मुताबिक, जिस व्यक्ति का जन्म पहले होता है, उसका उपलब्धि हासिल करने का मौका भी ज्यादा होता है। ज्योतिषी ने अंत में भविष्यवाणी का एक और पहलू बताया। उन्होंने कहा, 'सिंधु विश्व नंबर-1 कैरोलिना मरीन को कड़ी टक्कर देंगी, लेकिन स्वर्ण पदक की उम्मीद बिलकुल नजर नहीं आ रही है।