भारत की टॉप बैडमिंटन जोड़ी सात्विक साईंराज-चिराग शेट्टी ने फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम कर लिया है। विश्व की सबसे पुरानी बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में शामिल फ्रेंच ओपन के पुरुष डबल्स फाइनल में सातवीं सीड भारतीय जोड़ी ने चीनी ताइपे के लु चिंगयाओ-यांग पो हान को 21-13, 21-19 से हराया और खिताब हासिल कर लिया। सात्विक-चिराग से पहले भारत की ओर से तीन खिलाड़ी डबल्स का खिताब जीत चुके हैं।
विश्व रैंकिंग में नंबर 8 पर काबिज सात्विक-चिराग की जोड़ी ने साल 2019 में फ्रेंच ओपन के फाइनल में मात खाई थी, लेकिन इस साल उन्होंने कोई गलती नहीं की। पहले सेट में दोनों ने भारी दबदबा बनाए रखा। दूसरे सेट में ताइपे की टीम ने वापसी की कोशिश की। एक समय सात्विक-चिराग 11-5 से आगे थे, लेकिन याओ-हान की जोड़ी ने बेहतरीन शॉट्स खेल मैच 19-19 के स्कोर तक खींचा। यहां से सात्विक-चिराग ने दो लगातार प्वाइंट जीत इतिहास रच दिया।
साल 1908 में शुरु हुए फ्रेंच ओपन में पहली बार भारत को 1956 में सफलता मिली जब देश के एसी बाहरी ने मलेशिया के सीएल लैप के साथ मिलकर पुरुष डबल्स का खिताब जीता था। साल 1983 में विमल कुमार ने पुरुष सिंगल्स का टाइटल जीत इतिहास रचा और इसी साल पार्थो गांगुली-विक्रम सिंह की जोड़ी ने इस टूर्नामेंट में पुरुष डबल्स का खिताब जीता। विमल कुमार ने 1984 में भी फ्रेंच ओपन में जीत दर्ज की। 1998 में अपर्णा पोपट यहां महिला सिंगल्स में चैंपियन बनीं। 2017 में किदाम्बी श्रीकांत ने भी यहां सिंगल्स खिताब जीता था। और अब सात्विक-चिराग ने चैंपियन बनने का गौरव पाया है।
यह साल भारतीय जोड़ी के लिए अभी तक बेहतरीन रहा है। दोनों ने इस साल की शुरुआत में इंडियन ओपन सुपर 500 का खिताब जीता, उसके बाद मई में थॉमस कप टीम चैंपियनशिप के विजेता दल में शामिल रहे। अगस्त में दोनों ने बर्मिंघम में हुए राष्ट्रमंडल खेलों का गोल्ड जीता और फिर विश्व चैंपियनशिप में डबल्स का ब्रॉन्ज हासिल कर इतिहास रचा।