भारत में बास्केटबॅाल उस समय चर्चा का विषय बन गया जब 7.2 इंच के सतनाम को डैलेस मैवरीकस ने नीलामी के दौरान खरीदने का फैसला किया । यह ऐसा पहला मौका था । जब किसी भारतीय खिलाड़ी को विश्व की सबसे धनी और पेशेवर लीग में खेलना का मौका मिला । हालांकि सतनाम को वहां ज्यादा खेलना का मौका मिला । पंजाब के इस गबरू जवान के रिकॅार्डस पर गौर करें तो उन्हें 27 मुकाबले में खेलना का मौका मिला । जिसमें 7.1 मिनट के औसतन उन्हें कोर्ट पर खेलना का मौका मिला । हालांकि वो मैवरीकस की डी लीग टीम टेक्सस लेजेंड के लिए खेल रहे थे, लेकिन सतनाम से पहले यहां तक कोई भारतीय बास्केटबॅाल खिलाड़ी नहीं पहुंच पाया था ।
22 साल के सतनाम कम मौके और वीजा खत्म होने के कारण भारत आ गए थे और यहां की राष्ट्रीय टीम से खेलना शुरू कर दिया। लेकिन कहते हैं ना मेहनत हमेशा रंग लाती है और कुछ ऐसा 7.2 इंच के इस खिलाड़ी साथ भी होता दिखा । कुछ महीने पहले एक खबर आई थी कि सतनाम को कनाडा की नेशनल बास्केटबॅाल लीग टीम सैंत जॅान एज में खेलने का मौका मिला है। इसके बाद पूरे देश में एक बार फिर खुशी की लहर दौड़ गई थी। लेकिन एक अंग्रेजी वेबसाइट के खबर के अनुसार सतनाम को कनाडा की लीग में खेलने का वीजा अभी तक नहीं मिला है। 1 नवंबर को सतनाम को अपनी टीम के साथ प्रशिक्षण शिविर के लिए जुड़ना था । लेकिन वीजा की परेशानी के वजह से वो अब भी भारत में ही हैं।
सतनाम ने सहायता के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर मदद की गुहार लगाई है । जिसका जवाब अभी भी आना बाकी है।
पत्रकारों से बात करते हुए सतनाम ने कहा " मैं अभी बहुत परेशान हूं । मैं चाहता हूं जल्द से जल्द मेरा वीजा लगे और मैं अपनी टीम के साथ अभ्यास शुरू करूं। अगर इस मामले में खेल मंत्री दखल दें तभी मामला जल्द से जल्द सुलझ सकता है। मुझे अपनी टीम के साथ 4 नवंबर से जुड़ना था, लेकिन वीजा के वजह से मैं अभी भी टीम के साथ नहीं जुड़ पाया हूं । देखते हैं आगे क्या होता है ?
फिलहाल इस मुद्दे पर कनाडा और भारतीय सरकार दोनों ने चुप्पी साध रखी है । अब देखना यह दिलचस्प होगा कि क्या एक और खिलाड़ी का करियर सरकारी गतिविधियों का शिकार होगा ?