भारतीय बॉक्सर लोवलीना बोर्गोहिन ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ खेलों की शुरुआत से पहले आयोजकों पर बड़ा आरोप लगाया है। टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ड मेडलिस्ट लोवलीना के मुताबिक उनके कोच को खेल आयोजन के लिए बने खेल गांव के अंदर नहीं आने दिया जा रहा और उनकी ट्रेनिंग भी इस कारण रुक गई है और इन सब से उनका मानसिक रूप से शोषण किया जा रहा है। महिलाओं की 70 किलोग्राम भार वर्ग मुक्केबाजी में भाग ले रही लोवलीना ने सोशल मीडिया के जरिए अपना दर्द बयान किया है।
लोवलीना के ट्वीट में सिर्फ कॉमनवेल्थ खेल आयोजक नहीं बल्कि भारतीय मुक्केबाजी संघ पर भी शब्दों के जरिए शोषण का आरोप लगाया गया है। लोवलीना के ट्वीट में जिक्र है कि उन्हें ओलंपिक में मेडल दिलाने में मदद करने वाले कोचों को हर बार हटाया जाता है। लोवलीना के मुताबिक उनकी कोच संध्या गुरुंग और एक अन्य कोच को कैम्प में भी काफी मिन्नतों के बाद शामिल किया गया।
लोवलीना ने मार्च में मुक्केबाजी संघ से अनुरोध किया था कि उनकी निजी कोच को कॉमनवेल्थ खेलों के कैम्प में शामिल किया जाए। SAI ने भी इस बात को माना और संध्या गुरुंग को कैम्प में शामिल भी किया गया तथा कॉमनवेल्थ खेलों के लिए ले भी जाया गया लेकिन लोवलीना के मुताबिक अब उनकी कोच को खेल गांव के अंदर आने से रोका जा रहा है जिस कारण उनकी ट्रेनिंग पर असर पड़ा है।
लोवलीना का ट्वीट वायरल होते ही खेल मंत्रालय ने भारतीय ओलंपिक संघ को आदेश दिया कि उनकी लिए कोच की आवश्यक व्यवस्था की जाए। लेकिन इस पूरे मामले के बाद सोशल मीडिया पर फैंस खेलों में हो रही राजनीति पर सवाल उठा रहे हैं। लोवलीना ने अपने ट्वीट में आंतरिक राजनीति का जिक्र किया है जिससे कथित रूप से उनका खेल खराब हो रहा है।
साथ ही खेल प्रेमी ये भी सवाल कर रहे हैं कि सोशल मीडिया पर ट्वीट करने से पहले लोवलीना को सभी सुविधा क्यों मुहैया नहीं करवाई गई। वहीं कई फैंस दल के साथ गए कोच के अलावा अपने निजी कोच के लिए विशेष मांग करने पर लोवलीना को भी आड़े हाथों ले रहे हैं।