भारतीय मुक्केबाज निखत जरीन ने कहा कि वह जिंदगी में कई मुश्किलों से उबरकर आई हैं, जिसमें पिता का विरोध शामिल हैं, जिन्होंने कहा था- बॉक्सिंग महिलाओं के लिए नहीं है, जिससे निखत जरीन को कुछ कर दिखाने और अपने पिता को गलत साबित करने की चुनौती मिली। वॉच अस मूव के लांच के मौके पर निखत जरीन ने कहा, 'मुझे कड़ी मेहनत करनी पड़ी और कई मुश्किलों से उबरना पड़ा, जिसमें यह बात शामिल थी कि बॉक्सिंग महिलाओं के लिए नहीं है।'
निखत जरीन ने आगे कहा, 'मैं लोगों को कहना चाहती हूं कि मेरे चेहरे और खूबसूरती को कुछ नहीं हुआ। यह अब भी वैसे ही हैं।' पूर्व विश्व जूनियर बॉक्सिंग चैंपियन ने कहा कि उनके पिता के शब्दों ने उन्हें बॉक्सिंग में करियर बनाने के लिए उकसाया। निखत जरीन ने कहा, 'मैं अब भी अपने दिमाग में मेरे पिता की आवाज महसूस कर सकती हूं, उन्होंने कहा था- बॉक्सिंग महिलाओं के लिए नहीं है, समाज यही सोचता है और यह पुरुषों का खेल है।'
निखत जरीन को पिता के शब्दों से मिली चुनौती
निखत जरीन ने आगे कहा, 'पिता के इन शब्दों ने मुझे चुनौती दी और मैं यह दिखाना चाहती थी कि बॉक्सिंग परवाह नहीं करती कि आप पुरुष हो या महिला। इच्छा और लक्ष्य है, जो मायने रखता है। मेरे लिए बॉक्सिंग का लेना-देना मेरे बर्ताव और मेरे गर्व से है। मैं महिलाओं को प्रेरणा देना चाहती हूं कि वह अपने प्रेरणादायी बर्ताव और बागी विचारों से समाज में बदलाव लेकर आएं।'
निखत जरीन के साथ अभियान में स्क्वाश दिग्गज दीपिका पल्लीकल और पूर्व मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर उपस्थित थीं। दीपिका पल्लीकल ने कहा, 'वॉच अस मूव सभी महिलाओं के लिए रैली कॉल है कि वह समाज में बदलाव लाने को तैयार हो। इस अभियान के जरिये मैं महिलाओं से गुजारिश करती हूं कि वह खुद को खुलकर अभिव्यक्त करें और मूव करें व आनंद उठाएं। फिर देखें कि इनके शरीर और दिमाग में इस पहल से कितना बदलाव आता है।'
निखत जरीन और दीपिका पल्लीकल ने याद किया कि कैसे उन्होंने समाज की बाधाओं को पार करके युवाओं के लिए आदर्श बनने तक का सफर तय किया। 2017 में मिस वर्ल्ड क्राउन जीतने वाली मानुषी ने कहा कि वह महिला एथलीट्स के साथ मंच साझा करके काफी प्रेरणादायी महसूस कर रही हैं। अभियान के हिस्से के रूप में, एडिडास उत्पाद नवाचारों को जारी करने के लिए सीमाओं को आगे बढ़ा रहा है जो पूरे वर्ष में खेल और खुद में संभावनाओं की पहुंच को दर्शाता है।