राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में निकहत और लोवलीना को मिला गोल्ड, रेलवे ने जीते सर्वाधिक पदक

अपनी-अपनी वेट कैटेगरी का गोल्ड जीतने के बाद लोवलीना और निकहत।
अपनी-अपनी वेट कैटेगरी का गोल्ड जीतने के बाद लोवलीना और निकहत।

विश्व चैंपियन निकहत जरीन ने महिलाओं की राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल कर एक बार फिर अपना लोहा मनवाया है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में संपन्न हुई प्रतियोगिता में 50 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में निकहत ने रेलवे की अनामिका को 4-1 से मात दी और लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय चैंपियन बनी। पिछली बार निकहत ने 52 किलोग्राम भार वर्ग में खेलते हुए गोल्ड मेडल हासिल किया था।

26 साल की निकहत के लिए 2022 का अंत सुनहरे अंदाज में हुआ। इसी साल उन्होंने विश्व चैंपियनशिप जीती, उसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल प्राप्त किया। निकहत पूरे साल खेले गए सभी बड़े टूर्नामेंट में गोल्ड जीतने में कामयाब रही हैं। निकहत के अलावा टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट लोवलीना बोर्गोहिन ने भी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता। असम की लोवलीना ने सर्विसेज के लिए खेल रही अरुंधती चौधरी को 75 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में एकतरफा मुकाबले में 5-0 से मात दी।

महिलाओं की 48 किलोग्राम वेट कैटेगरी में रेलवे की मंजू रानी ने एकतरफा मुकाबले में गोल्ड हासिल किया। 2019 की विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतने वाली मंजू ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में फाइनल मैच में तमिलनाडु की एस कलाईवानी को 5-0 से हराया। रेलवे को चार अन्य भार वर्ग में भी गोल्ड मिला। 54 किलोग्राम वर्ग में शिक्षा, 63 किलोग्राम वर्ग में शशि चोपड़ा और 81+ किलोग्राम भार वर्ग में रेलवे की नुपुर विजयी रहीं। 60 किलोग्राम के फाइनल में रेलवे की पूनम ने बड़ा उलटफेर करते हुए ओलंपियन सिमरनजीत कौर को मात दी।

रेलवे ने 5 गोल्ड, 3 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज समेत कुल 10 पदक जीते और पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया। हरियाणा के नाम दो गोल्ड, दो ब्रॉन्ज आए जबकि मध्य प्रदेश ने 1 गोल्ड, दो सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज जीते। प्रतियोगिता में कुल 12 भार वर्गों में मुकाबले खेले गए जिनमें 300 से अधिक महिला मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया।

Edited by Prashant Kumar
Be the first one to comment