भारतीय महिला मुक्केबाज सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) और मनीषा मौन (57 किग्रा) ने जर्मनी में कोलोग्ने विश्व कप के फाइनल में गोल्ड मेडल जीते। मनीषा ने हमवतन साक्षी चौधरी को 3-2 जबकि सिमरनजीत कौर ने जर्मनी की माया क्लीनहांस को 4-1 से मात दी। यह दोनों भारतीय मुक्केबाज अपने-अपने वर्ग में शीर्ष पर रहीं। भारत ने दूसरे स्थान पर रहते हुए प्रतियोगिता का समापन किया। भारत ने कोलोग्ने विश्व कप में 3 गोल्ड, दो सिल्वर और चार ब्रॉन्ज मेडल जीते।
याद हो कि शनिवार को एशियाई गेम्स चैंपियन अमित पंघाल (52 किग्रा) ने पुरुषों में अकेले गोल्ड मेडल जीता था। उन्हें वॉकओवर मिला था। अनुभवी सतीश कुमार (+91 किग्रा) को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा क्योंकि चोट के कारण वह फाइनल में हिस्सा नहीं ले सके थे। सानिया लाथेर (57 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा), गौरव सोलंकी (57 किग्रा) और मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) ने अपने-अपने वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीते। इस विश्व कप में मेजबान देश जर्मनी के अलावा बेल्जियम, क्रोएशिया, डेनमार्क, फ्रांस, मोल्दोवा, नीदरलैंड्स, पोलैंड और यूक्रेन के मुक्केबाजों ने शिरकत की।
विश्व कप: अमित पंघाल ने जीता गोल्ड
अमित पंघाल (52 किग्रा) को अपनी फाइनल बाउट लड़े बिना ही गोल्ड मेडल मिल गया जबकि अनुभवी सतीश कुमार (+91 किग्रा) को सिल्वर मेडल से संतुष्ट होना पड़ा क्योंकि चोट के कारण वह शनिवार को जर्मनी में कोलोग्ने विश्व कप के फाइनल मुकाबले में हिस्सा नहीं ले सके। अमित पंघाल को जर्मनी के अर्गिस्टी तेरतेरयान ने वॉकओवर दे दिया। याद हो कि मनीषा ने दो बार की विश्व चैंपियनशिप सिल्वर मेडल विजेता हमवतन सोनिया लाथेर को 5-0 से मात दी, वहीं साक्षी ने जर्मनी की रमोना ग्राफ को 4-1 से रौंदा।
बता दें कि वॉकओवर के कारण गोल्ड मेडल हासिल करने वाले अमित पंघाल ने सेमीफाइनल में गजब का प्रदर्शन किया था। भारतीय मुक्केबाज अमित पंघाल ने फ्रांस के बिलाल बेनेमा, जो कि विश्व चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट भी हैं, उन्हें 5-0 से मात दी। बता दें कि इसी विश्व चैंपियनशिप में अमित पंघाल ने सिल्वर मेडल जीता था।
भारतीय खेल प्राधिकरण के सूत्र ने तब जानकारी दी थी, 'एक फिजियो रोहित कश्यप कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए थे, लेकिन अन्य मुक्केबाज ठीक हैं। सभी का दोबारा टेस्ट हुआ और उनका नतीजा निगेटिव निकला। फिजियो को पृथकवास में रखा है और वह ठीक हो रहे हैं।' पता हो कि भारतीय दल तब थोड़ा परेशान रहा जब चार बार के एशियाई मेडलिस्ट शिव थापा (63 किग्रा) और संजीत (91 किग्रा) को कम दर्द के कारण टूर्नामेंट से अपना नाम वापस लेना पड़ा।