74 साल के दिग्गज मुक्केबाज़ 'द ग्रेट' मोहम्मद अली के निधन की ख़बर ने पूरी दुनिया को झकझोड़ कर रख दिया। सांस की तकलीफ की वजह से वह अस्पताल में भर्ती थे, पिछले कुछ सालों में अली को कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया। 2015 के शुरू में पेशाब संबंधी परेशानी के कारण भी मोहम्मद अली अस्पताल में भर्ती थे। अली तीन बार वर्ल्ड चैंपियन रहे हैं, 1964 में पहली बार यह खिताब जीतने के बाद वह 1974 और फिर 1978 में विश्व चैंपियन बने थे। मुहम्मद अली की मौत के बाद ट्विटर पर उनके चाहने वालों के श्रृद्धांजलि संदेश का सैलाब उमड़ पड़ा है, खेल जगत से लेकर फ़िल्म जगत तक से मोहम्मद अली को याद किया गया।
(आपके हाथ उसे नहीं मार सकते जिसे आंख नहीं देख सकती है, शायद इसलिए चेस को दिमाग की बॉक्सिंग कहा गया है)
(महान को भी जाना होता है, अली स्पेशल थे और सभी के आदर्श और प्रेरणास्रोत)
(अब तक के सबसे महान के लिए मेरा संदेश... हर एक बच्चे को ख़्वाब देखने का मौक़ा देने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया, मुझे अपने उपर भरोसा है आपकी वजह से)
(जो ज़िंदगी में हौसला नहीं रखेगा, वह कभी क़ामयाब नहीं होगा... भगवान उनकी आत्मा को शांति दे)
(अली की आत्मा को भगवान शांति दे... आपने विपरित परिस्थितियों में हमें लड़ना सिखाया)
(आपके जाने के बाद आपकी यादें हमेशा ज़िंदा रहेंगी, भगवान आत्मा को शांति दे)
(महान शब्द सिर्फ एक इंसान के लिए ही बना था... भगवान अली की आत्मा को शांति थे)
(सबसे बड़ा सत्य यही है कि हर किसी को इस दुनिया से जाना होता है, मोहम्मद अली, अल्लाह आपको जन्नत में भी सबसे बेहतरीन नसीब करे)
(कुछ भी असंभव नहीं है... शुक्रिया आपका जो आपने हमें दिया...भगवान आपकी आत्मा को शांति दे)
(विश्वास ही नहीं होता कि अली हमारे बीच नहीं है, उनके दोस्तों और परिवार को हौसला दें)
(चैंपियन के पास ख़ुदा आया, सबसे लंबा.. सबसे महान)
(इस दुनिया का सबसे चहेता और इज़्ज़तदार चैंपियन, हमेशा नंबर-1 रहेंगे...)
(मेरी भतीजी रचना और मैं हमेशा महान मोहम्मद अली के साथ हैं...)
(किसी भी दूसरे खिलाड़ी ने कभी अली के जैसा असर पैदा नहीं किया, आप हमेशा एक तितली की तरह उड़ते रहे, और मधुमक्खी की तरह ख़ूशबू देते रहे...)
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