महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की दूसरी सबसे सफल टीम है। आईपीएल की शुरुआत से लेकर टीम बाकी टीमों को कड़ी टक्कर देती आ रही है। लेकिन आईपीएल के मौजूदा चल रहे सत्र में टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है सीएसके ने 2022 में 12 मुकाबले खेलते हुए सिर्फ चार मैचों में जीत हासिल की है। जिसके चलते धोनी की ये टीम इस सीजन में प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई है। आईपीएल के 15 सालों के इतिहास में महज ये दूसरी बार है जब सीएसके प्लेऑफ में जगह बनाने में नाकाम रही है।
चेन्नई का इस सत्र में प्रदर्शन बाकी सत्रों के मुकाबले काफी निराशाजनक रहा है। इसके पीछे का बड़ा कारण है, रविंद्र जडेजा को टीम का कप्तान नियुक्त करना। हालाँकि उन्होंने बीच सीजन में खुद कप्तानी छोड़ दी लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। इसके अलावा इस बार चेन्नई को पावरप्ले के दौरान ठोस शुरुआत दिलाने वाले फाफ डू प्लेसी जैसे बल्लेबाज टीम के साथ नहीं थे। जिसके चलते चेन्नई मैचों के दौरान पावरप्ले का फ़ायदा उठाने में नाकाम रही। इस आर्टिकल में हम उन 2 मैचों की बात करेंगे जब सीएसके ने पावरप्ले के दौरान 5 विकेट गंवाए हैं।
2 मुकाबले जिसमें CSK ने पावरप्ले के दौरान 5 विकेट गंवाए
#2 24/5 बनाम मुंबई इंडियंस (2020)
आईपीएल के 13वें सत्र का 41वां मैच चेन्नई बनाम मुंबई खेला गया था, जिसमें मुंबई ने सीएसके को 10 विकेट से करारी शिकस्त देते हुए मैच जीता था। इस मुकाबले में चेन्नई के बल्लेबाजों द्वारा काफी खराब प्रदर्शन देखने को मिला था। टीम ने पावरप्ले के दौरान महज 24 रन बनाते हुए अपने पांच महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए थे, जिसका खामियाजा उनको मैच में हार के रूप में उठाना पड़ा। इस मैच में मुंबई की ओर से ट्रेंट बोल्ट ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 18 रन खर्च करते हुए 4 बल्लेबाजों को आउट किया और मैन ऑफ़ द मैच चुने गए थे।
#1 32/5 मुंबई इंडियंस (2022)
मुंबई और चेन्नई आईपीएल की दो सबसे मजबूत टीमों में से एक हैं। इन दोनों टीमों के बीच जब भी कोई मुकाबला खेला जाता है तो इस दौरान कांटे की टक्कर देखने को मिलती है। लेकिन आईपीएल के 15वें संस्करण में मुंबई ने चेन्नई को एकतरफा मुकाबले में 5 विकेटों से मात देते हुए जीत अर्जित की थी।
आईपीएल के इस सीजन का 59वां मैच मुंबई और सीएसके के बीच वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था, जिसमें रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। मुंबई के गेंदबाजों ने इस फैसले को एकदम सही साबित किया और पहले 6 ओवरों के दौरान महज 32 रन के स्कोर पर चेन्नई की आधी टीम पवेलियन लौट गई थी। इस मैच में चेन्नई की पूरी टीम 16 ओवरों में 97 रनों पर ढेर हो गई। 98 रनों के मिले लक्ष्य को मुंबई ने 15वें ओवर में हासिल करते हुए ये मैच अपने नाम कर लिया।