भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच 5 फरवरी से टेस्ट सीरीज की शुरुआत हो रही है। दोनों ही टीमें इस सीरीज को जीतना चाहेंगी, ताकि आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना सकेंं। हालांकि इंग्लैंड को फाइनल में जाने के लिए कम से कम 3 टेस्ट मैच भारत को हराने पड़ेंगे।
भारतीय टीम को इस टेस्ट सीरीज के लिए फेवरिट माना जा रहा है। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जिस तरह का परफॉर्मेंस टीम ने किया था, उसे देखते हुए सबका यही मानना है कि भारत ही इस टेस्ट श्रृंखला में जीत हासिल करेगा। हालांकि टीम के कई प्रमुख खिलाड़ी मौजूद नहीं हैं।
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उमेश यादव और रविंद्र जडेजा जैसे प्लेयर्स का चयन पहले दोनों टेस्ट मैचों के लिए नहीं हुआ है। इनमें से रविंद्र जडेजा की कमी भारतीय टीम को काफी खलने वाली है। इसके कई कारण हैं। हम आपको बताते हैं कि क्यों भारतीय टीम को इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में रविंद्र जडेजा की कमी खल सकती है। आइए जानते हैं इसके दो अहम कारण कौन-कौन से हैं।
2 कारण क्यों भारतीय टीम को इंग्लैंड सीरीज में रविंद्र जडेजा की कमी खलेगी
1.जडेजा की जबरदस्त फील्डिंग
रविंद्र जडेजा को अगर इस वक्त दुनिया का सबसे बेहतरीन फील्डर कहें तो गलत नहीं होगा। जडेजा मैदान में अपनी फुर्ती और तेजी के लिए जाने जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जिस तरह से बाउंड्री से आकर उन्होंने स्टीव स्मिथ को रन आउट किया था, उससे पूरी दुनिया हैरान रह गई थी।
जडेजा एक ऐसे प्लेयर हैं जो सिर्फ फील्डिंग के दम पर ही मैच का रुख पलट सकते हैं। ऐसे में भारतीय टीम को उनकी फील्डिंग की कमी काफी खलने वाली है। मैदान में जडेजा बल्लेबाजों को तेजी से रन नहीं चुराने देते हैं।
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2.गेंद को टर्न कराने की क्षमता
रविंद्र जडेजा पारी की शुरुआत में ही गेंद को जिस तरह से टर्न कराते हैं उससे उनकी उपयोगिता काफी बढ़ जाती है। इसी वजह से वो भारतीय टेस्ट टीम के अहम सदस्य बन गए हैं। पूर्व स्पिनर मनिंदर सिंह ने हाल ही में कहा था कि एक स्पिन गेंदबाज को ओवर में कम से कम एक गेंद टर्न करानी होती है जिससे बल्लेबाज के मन में शंका पैदा हो। इससे बल्लेबाज हमेशा सोचेगा कि गेंदबाज के पास टर्न कराने की क्षमता है। जडेजा के पास ये काबिलियत है कि वो अपने शुरुआती स्पेल में अच्छी विकेट पर गेंद को टर्न करा सकें। भारतीय टीम को उनकी ये कमी भी काफी खलने वाली है।